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What is Moon Rashi and Sun Rashi ?

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चन्द्र राशि और सूर्य राशि क्या है ? ग्रहों का हम सभी के जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है।  अगर सितारे आपके पक्ष में हैं तो आप अपने हर लक्ष्य को बड़ी आसानी से हासिल कर सकते हैं।  यदि ग्रह प्रतिकूल हो जाए तो आप छोटी-छोटी चीजों के लिए भी तरस जाएंगे। हमारे जीवन का कोई भी क्षेत्र, चाहे वह वित्त, स्वास्थ्य, प्रेम संबंध या वैवाहिक जीवन हो, ग्रहों और राशियों द्वारा निर्धारित किया जाता है।  हालाँकि, आप अनुभव के आधार पर कुछ चीजों को स्वयं परख सकते हैं।  यदि हम विभिन्न ज्योतिष प्रणालियों के बारे में बात करते हैं, तो वर्तमान में सूर्य राशि और चंद्र राशि (या लग्न) को महत्वपूर्ण माना जाता है।  इन दो राशियों को देखकर आप किसी भी राशि के जातक के बारे में भविष्यवाणी कर सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र के विद्वानों के अनुसार व्यक्ति के सटीक व्यक्तित्व को जानने के लिए लग्न और चंद्र राशियों का अध्ययन करना चाहिए।  यदि आप केवल राशियों के आधार पर ही उस व्यक्ति का भूत, भविष्य या वर्तमान बताने का प्रयास करते हैं तो आपकी भविष्यवाणी गलत भी हो सकती है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार किसी व्य...

What is Venus and Malavya Yoga ?

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शुक्र एवं मालव्य योग क्या है ? सुख, संपन्नता, समृद्धि और वैभव की तमन्ना तो हर किसी को होती है, लेकिन उस वक्त मिलता है जब इंसान की कुंडली में शुक्र बलवान हो. कुंडली का शुक्र ही आपके सुख और वैभव का कारक है यानि अगर किसी इंसान को सुखी जीवन जीना हो तो सबसे पहले उसे अपनी कुंडली में शुक्र की दशा के बारे में जानना जरूरी है. बता दें, शुक्र और मंगल का षडाष्टक योग बना हुआ है. मंगल से शुक्र आठवें भाव में है और शुक्र से मंगल छठे भाव में है. शुक्र सूर्य की सिंह राशि के मघा नक्षत्र में है. शुक्र को बलवान करने से भरपूर धन की प्राप्ति हो सकती है. शुक्र से होने वाले लाभ - शुक्र ग्रह इस हिंदी के साल सम्वत 2075 का मेघेश है. - मेघ पानी बरसाता है और पानी को धन का कारक माना जाता है. - शुक्र धन की वर्षा करेगा. - शुक्र कमाल का काम करेगा. - शुक्र किस्मत चमकाएगा.  जीना हो तो सबसे पहले उसे अपनी कुंडली में शुक्र की दशा के बारे में जानना जरूरी है. बता दें, शुक्र और मंगल का षडाष्टक योग बना हुआ है. मंगल से शुक्र आठवें भाव में है और शुक्र से मंगल छठे भाव में है. शुक्र सूर्य की सिंह राशि के मघा नक्षत्र...

What is opposite Raja Yoga ?

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विपरीत राजयोग क्या होता है ? वैदिक ज्योतिष के अनुसार कुंडली में कुछ ऐसे ग्रहों की युति होती है जो विपरीत राज योग का निर्माण करती है। जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली में राज योग बना होता है। ऐसा व्यक्ति राजाओं की तरह जीवन जीता है। साथ ही उसके जीवन में कभी धन का अभाव नहीं रहता और वो जीवन भर सारी भौतिक सुख सुविधा से युक्त रहता है। आइए जानते हैं विपरीत राज योग कितने प्रकार के होते हैं और इनका कैसे होता है निर्माण… ऐसे होता है विपरीत राज योग का निर्माण: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस योग में त्रिक भावों और उनके स्वामियों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। वैसे त्रिक भावों को ज्योतिष शास्त्र में शुभ नहीं माना जाता लेकिन कुछ विशेष परिस्थियों के कारण यह शुभ फल देने लगते हैं,  वहीं मुख्यत: त्रिक भावों में से किसी भाव का स्वामी (जैसे षष्ठम भाव का द्वादश में) किसी अन्य त्रिक भाव में विराजमान हो तो इस योग का निर्माण होता है।  ज्योतिष के ग्रंथों में यह लिखा गया है कि अगर छठे भाव का स्वामी अपने ही भाव में, आठवें भाव में या बारहवें भाव में हो ऐसा व्यक्ति विपरीत राजयोग का फल प्राप्त करता है। ...

Worried about financial crisis? So know what is the reason ?

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आर्थिक तंगी से हो गए हैं परेशान! तो जानिए क्या कारण है ? कोरोना वायरस की वजह से कई लोग बेरोजगार हो गए हैं और कइयों की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है। लॉकडाउन तो खुल गया है लेकिन स्थिति अभी भी संतुलित नहीं हो पा रही हैं। ऐसे में सपनों को पूरा करना ईद का चांद की तरह हो गया है। हर कोई सफलता प्राप्त करना चाहता है और धन संबंधित समस्याओं से छुटकारा चाहता है। लेकिन चाहत को हकीकत में बदलना बहुत मुश्किल होता जा रहा है। शास्त्रों में ऐसी स्थिति से बचने के लिए या फिर सबकुछ संतुलित करने के लिए कुछ विशेष बातों के बारे में बताया गया है। इन बातों का ध्यान रखने से धन और वैभव की देवी लक्ष्मी माता की विशेष कृपा प्राप्त होती है। आइए हम आपको बताते हैं कि शास्त्रों में किन बातों के बारे में बताया गया है इनका कभी नहीं टिकता पैसा शास्त्रों के अनुसार, दांतों को दांतों से नहीं रगड़ना नहीं चाहिए, ऐसा अपशगुन होता है। साथ ही चिंता और स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां का भी सूचक माना जाता है। ऐसा करने से दुख की प्राप्ति होती है और आर्थिक स्थिति बिगड़ने लगती है। देवी-देवताओं की कृपा प्राप्ति के लिए दान करना बहुत ...

Importance of Sun in Vastu and effect of Sun in Vastu.

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वास्तु मे सूर्य का महत्त्व एवं वास्तु मे सूर्य का प्रभाव मनुष्य ईश्वर में बहुत आस्था रखता है। ऐसे ही हमारे नौ ग्रहों की भी अपनी एक महत्ता है। इन 9 ग्रहों में सूर्य का प्रमुख स्थान है धार्मिक दृष्टिकोण से भी हम सूर्यदेव में विश्वास करते हैं। सुबह के समय सबसे पहले सूर्यदेव की पूजा-आराधना करते हैं, सूर्य देवता शुभ फल प्रदान करने वाले माने गए हैं। ऐसे ही ज्योतिष और वास्तु में भी सूर्य को काफी महत्वपूर्ण माना गया है। घर में सूर्य का प्रकाश पड़ना ज्योतिष,वास्तु और सेहत के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है। वास्तुशास्त्र के अनुसार सूर्य की रोशनी हमारे घर के लिए बहुत उपयोगी है। इसके आने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। वास्तु के अनुसार, घर से नकारात्मक ऊर्जा हटाने के लिए घर पर सूर्य की रोशनी बहुत जरूरी है। तो चलिए आज हम आपको सूर्य की रोशनी से संबंधित कुछ वास्तु टिप्स के बारे में बताते है। ऐसा माना जाता है कि घर के जिस स्थान पर सूरज की रोशनी कम पड़ती है या नहीं पहुंच पाती है उस जगह पर सीलन अधिक आने की संभावना होती है। इसके अलावा सूरज की रोशनी न आने से उस जगह कीड़े-मकोड़े आने की ...

Astrological Significance of Colors in Life: Effects of Colors According to Planets

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जीवन में रंगों का ज्योतिषीय महत्‍व रंग हमारे जीवन में बहुत महत्‍वपूर्ण भूमिका रखते हैं। कुछ रंग हमें उत्‍तेजित करते हैं, कुछ हमें क्रोधित करते हैं और कुछ रंग हमें शांत करते हैं। शरीर और मन को स्‍वस्‍थ रखने के लिए रंगों का सही संतुलन बनाए रखना बहुत आवश्‍यक है। शरीर में रंग विशेष की कमी या अधिकता के कारण शारीरिक और मानसिक समस्‍याएं पनपती हैं। रंगो का ज्‍योतिष में बहुत महत्‍व है, हर ग्रह का अपना एक अलग रंग है जो हमारे जीवन पर प्रभाव डालता है रंगों के सही प्रयोग से ग्रहों को भी ठीक किया जा सकता है। जीवन में रंगों का ज्योतिषीय महत्व: ग्रहों के अनुसार रंगों का प्रभाव इस हसीन दुनिया को और भी खूबसूरत बनाने वाले रंग दरअसल ज्योतिष में भी बेहद ही महत्वपूर्ण भूमिका रखते हैं। यह खूबसूरत रंग व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक जीवन पर खासा प्रभाव डालते हैं। कई धर्मों में इन रंगों को अनुष्ठानों, समारोह और त्योहारों का प्रतीक भी माना जाता है। उदाहरण के तौर पर बात करें तो लाल रंग हिंदू धर्म में शुभता का प्रतीक माना गया है और यही वजह है कि लाल रंग को दुल्हन के लिए बेहद ही खास माना जाता ह...