Know, what is the importance of Sankashti Chaturthi .

जानें, क्या है संकष्टी चतुर्थी का महत्व भारतीय हिन्दू महीनें में प्रत्येक चंद्र माह में दो चतुर्थी तीथियां होती हैं। पूर्णिमासी या कृष्ण पक्ष के दौरान पूर्णिमा को संकष्टी चतुर्थी के रूप में जाना जाता है और शुक्ल पक्ष के दौरान अमावस्या के बाद एक विनायक चतुर्थी के रूप में जाना जाता है। उपवास को सख्त माना जाता है और केवल फल, जड़ें जैसे आलू इत्यादि और वनस्पति उत्पादों का सेवन करना चाहिए। संकष्टी गणेश चतुर्थी या संकटहरा चतुर्थी का त्यौहार भगवान श्री गणेश जी को ही पूर्ण रूप से समर्पित है। श्रद्वालू इस दिन अपने जीवन के बुरे समय व जीवन की सभ कठिनाईओं को दूर करने हेतु भगवान श्री गणेश जी की पूजा-अर्चना करते हैं। इस संकष्टी गणेश चतुर्थी के त्यौहार को वर्ष के प्रत्येक माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी की तिथि को मनाया जाने वाला त्यौहार है। दक्षिणी राज्य तामिलनाडू में इसे संकट हरा चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। यदि मंगलवार के दिन पड़ने वाली इस चतुर्थी को अंगरकी चतुर्थी कहा जाता है और इसे सबसे शुभ और मंगलकारी माना जाता है हमारे हिन्दू पंचांग में हर एक चन्द्र माह में दो चतुर्थी की तिथि हो...