What are the auspicious and inauspicious effects of Sun's zodiac sign and what is this change called ?


सूर्य के राशि परिवर्तन से क्या होता है शुभ-अशुभ प्रभाव तथा इस परिवर्तन को क्या कहते हैं ?

ज्योतिष गणना के अनुसार सभी ग्रह एक निश्चित अवधि के अंतराल में एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन करते हैं। सूर्य हर महीने एक राशि को छोड़कर दूसरी राशि में प्रवेश करता है। सूर्य के राशि परिवर्तन को संक्रांति कहते हैं।

सूर्य का शुभ-अशुभ असर

जब किसी की कुंडली में सूर्य का शुभ प्रभाव होता है तो व्यक्ति को नौकरी और व्यापार में तरक्की मिलती है। सूर्य के शुभ होने से व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है और मान-सम्मान मिलता है। वहीं अगर कुंडली में सूर्य का अशुभ प्रभाव है तो यह असफलता का कारण बनता है। देता है। रुकावटें और परेशानियां बढ़ने लगती हैं। इसके अलावा धन हानि भी होता है। 

सूर्य के राशि परिवर्तन का  प्रभाव

सूर्य देव मेष राशि के पांचवे भाव के स्वामी हैं. मेष राशि में सूर्य के आने से कई लोगों का भाग्य चमकने वाला है. इसके प्रभाव से जातकों को करियर में सफलता, धन लाभ, मान-सम्मान में वृद्धि जैसे शुभ परिणाम देखने को मिलेंगे.सूर्य के इस गोचर से अध्यात्म के प्रति झुकाव बढ़ता और मानसिक शांति मिलती है. ज्योतिष शास्त्र में सूर्य देव को उच्च अधिकार वाला तेज ग्रह माना जाता है. सूर्य देव हर व्यक्ति के जीवन में अच्छे प्रशासन और सिद्धांतों का प्रतिनिधित्व करते हैं. इनकी कृपा हो तो जातकों को करियर में ऊंचा स्थान मिलता और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है.

सूर्य देव के शुभ होने पर जातकों को जीवन में संतुष्टि मिलती है और अच्छी सेहत का वरदान प्राप्त होता है. कुंडली में अगर सूर्य की स्थिति पहले से ही मजबूत हो तो सूर्य के गोचर के ज्यादातर शुभ परिणाम ही मिलते हैं. कुंडली में सूर्य महाराज की मजबूत स्थिति करियर में उच्च पद दिलाती है. अगर आपकी कुंडली में सू्र्य देव बृहस्पति के साथ मौजूद हैं या इनकी दृष्टि सूर्य पर पड़ रही हो, तो, इस गोचर से आप शारीरिक और मानसिक रूप से काफी मजबूत होंगे. 

वहीं, कुंडली में अगर सूर्य की स्थिति कमजोर हो या फिर वो राहु और केतु जैसे ग्रहों के साथ मौजूद होते हैं तो आपके मान-सम्मान में कमी आ सकती है. हो सकता है कि आपको आर्थिक नुकसान का भी सामना करना पड़े. ऐसी स्थिति में आप क सूर्य गायत्री मंत्र और श्री आदित्य हृदयम का पाठ करना चाहिए.

कुंडली में सूर्य को बली करने के कुछ नियम

शास्त्रों में भी कहा गया है कि हर दिन सूर्य को जल देना चाहिए। सूर्य को प्रत्यक्ष देवता माना जाता है क्योंकि हर दिन इनके दर्शन प्राप्त होते हैं। बहुत से लोग इस नियम का पालन भी करते हैं। लेकिन इसके भी नियम हैं जिन्हें जानकर सूर्य को जल दें तो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में इसका लाभ प्राप्त किया जा सकता है। ज्योतिष में बताया गया है कि जिस किसी की कुंडली में सूर्य कमजोर होता है उसे प्रतिदिन सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए। शास्त्रों में भी कहा गया है कि हर दिन सूर्य को नियमों का पालन करते हुए जल देना चाहिए। अगर आप नियमानुसार सूर्य को जल दें तो इसका लाभ प्राप्त किया जा सकता है।

सूर्य को जल चढ़ाने के फायदे

ज्योतिषशास्त्र में सूर्य को आत्मा का कारक बताया गया है। नियमित सूर्य को जल देने से आत्म शुद्धि और आत्मबल प्राप्त होता है। सूर्य को जल देने से आरोग्य लाभ मिलता है।

सूर्य को नियमित जल देने से सूर्य का प्रभाव शरीर में बढ़ता है और यह आपको उर्जावान बनाता है। कार्यक्षेत्र में इसका आपको लाभ मिलता है।

जिनकी नौकरी में परेशानी चल रही हो वह नियमित सूर्य को जल देना शुरु करें तो उच्चाधिकारी से सहयोग मिलता है और मुश्किलें दूर होती हैं।

कैसे दें सूर्य को जल

सूर्य को जल देने के नियम के बारे में कहा जाता है कि सूर्य को स्नान के बाद तांबे के बर्तन से जल अर्पित करें।

सूर्य देव को जल चढ़ाने का एक समय होता है। सूर्य के उदय होने के एक घंटे के अंदर अर्घ्य देना चाहिए। आप चाहे तो सुबह 8 बजे तक सूर्य को जल दे सकते हैं।

सूर्य को जल देने से पहले जल में चुटकी भर रोली या लाल चंदन मिलाएं और लाल पुष्प के साथ जल दें।

सूर्य को जल देते समय आपका मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। अगर कभी ऐसा हो कि सूर्य नजर ना आएं तब भी उसी दिशा की और मुख करके ही  अर्घ्य दे दें।

सूर्य को जल देते समय लाल वस्त्र पहनें। लाल कपड़ों मे अर्घ्य देना अच्छा माना गया है।

अर्घ्य देते समय हाथ सिर से ऊपर होने चाहिए। ऐसा करने से सूर्य की सातों किरणें  शरीर पर पड़ती हैं। सूर्य देव को जल अर्पित करने से नवग्रह की भी कृपा रहती है।

इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ें और पढ़ कर इस ज्ञान को अपने तक ही ना रखें इसे अधिक से अधिक शेयर करें ताकि यह ज्ञान सब तक पहुंच सके क्योंकि ज्ञान का दान सर्वाधिक महत्वपूर्ण एवं लाभकारी है

✍आचार्य जे पी सिंह
ज्योतिष, वास्तु विशेषज्ञ एवं एस्ट्रो मेडिकल स्पेशलिस्ट www.astrojp.com, 
www.astrojpsingh.com
Mob .9811558158

What are the auspicious and inauspicious effects of Sun's zodiac sign and what is this change called?

According to astrological calculations, all the planets change from one zodiac sign to another within a certain period of time.  Sun leaves one zodiac and enters another zodiac every month.  The zodiac change of the Sun is called Sankranti.

good and bad effect of sun

When there is auspicious effect of Sun in one's horoscope, then the person gets progress in job and business.  Due to the auspiciousness of the Sun, a person's confidence increases and he gets respect.  On the other hand, if there is an inauspicious effect of Sun in the horoscope, then it causes failure.  gives.  Obstacles and problems start increasing.  Apart from this, there is also loss of money.

Effect of sun's zodiac change

Sun God is the lord of the fifth house of Aries.  Due to the arrival of Sun in Aries, the fortune of many people is going to shine.  Due to its influence, natives will see auspicious results like success in career, gain of wealth, increase in respect. This transit of Sun increases inclination towards spirituality and gives mental peace.  In astrology, Sun God is considered to be a bright planet with high authority.  The Sun God represents good governance and principles in the life of every individual.  With his blessings, the natives get a high position in their career and get respect.

When the Sun God is auspicious, the natives get satisfaction in life and are blessed with good health.  If the position of the Sun is already strong in the horoscope, then most of the auspicious results are obtained from the transit of the Sun.  The strong position of Surya Maharaj in the horoscope gives a high position in the career.  If the Sun God is present with Jupiter in your horoscope or if its vision is falling on the Sun, then with this transit you will be very strong physically and mentally.

On the other hand, if the position of Sun is weak in the horoscope or if it is present with planets like Rahu and Ketu, then your respect may decrease.  You may also have to face financial loss.  In such a situation, you should recite Surya Gayatri Mantra and Shri Aditya Hridayam.

Some rules to sacrifice the sun in the horoscope

It has also been said in the scriptures that water should be given to the Sun every day.  Surya is considered a direct deity because he is seen every day.  Many people also follow this rule.  But it also has its rules, knowing which if you burn the sun, then its benefits can be obtained in different areas of life.  It has been told in astrology that whoever has a weak Sun in his horoscope should offer water to the Sun every day.  It is also said in the scriptures that water should be given to the Sun every day following the rules.  If you give water to the sun according to the rules, then its benefits can be obtained.

benefits of offering water to sun

In astrology, the Sun has been described as the factor of the soul.  Offering water to the sun regularly gives self-purification and self-strength.  Giving water to the sun gives health benefits.

By giving regular water to the sun, the effect of the sun increases in the body and it makes you energetic.  You get benefit from this in the workplace.

Those who are facing problems in their job should start giving water to the sun regularly, then they will get cooperation from the higher authorities and difficulties will be removed.

how to give water to sun

It is said about the rule of giving water to the Sun that after bathing, offer water to the Sun from a copper vessel.

There is a time to offer water to the Sun God.  Arghya should be offered within one hour of sunrise.  If you want, you can offer water to the sun till 8 in the morning.

Before giving water to the sun, mix a pinch of roli or red sandalwood in the water and give it with red flowers.

While giving water to the sun, your face should be towards the east.  If it ever happens that the sun is not visible, then also offer Arghya by facing the same direction.

Wear red clothes while offering water to the Sun.  It is considered good to offer Arghya in red clothes.

While offering Arghya, hands should be above the head.  By doing this, all the seven rays of the sun fall on the body.  By offering water to the Sun God, the blessings of the Navagrahas also remain.

Read this article carefully and do not keep this knowledge to yourself after reading, share it as much as possible so that this knowledge can reach everyone because the donation of knowledge is most important and beneficial.

✍ Acharya JP Singh
Astrology, Vastu Specialist & Astro Medical Specialist www.astrojp.com,
www.astrojpsingh.com
Mob.9811558158

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