Is south facing house auspicious or inauspicious ?
दक्षिण मुखी मकान शुभ एवं अशुभ होता है ?
वास्तु शास्त्र में दक्षिण दिशा के मकान को कुछ परिस्थिति को छोड़कर अशुभ और नकारात्मक प्रभाव वाला माना जाता है। हालांकि बहुत से लोक कहते हैं कि दक्षिण मुखी मकान में रहने से कुछ नहीं होता है हमारे एक परिचित तो वर्षों से रह रहे हैं। इसका जवाब भी आप नीचे पढ़ेंगे तो पता चलेगा कि क्यों उन्हें कुछ फर्क नहीं पड़ा।
दरअसल, हर दिशा में कोई न कोई ग्रह स्थित है जो कि अपना अच्छा या बुरा प्रभाव डालता है। यह निर्भर करता है मकान के वास्तु, मुहल्ले के वास्तु और उसके आसपास स्थित वातावरण और वृक्षों की स्थिति पर। प्रत्येक ग्रह का अपना एक वृक्ष होता है। जैसे चंद्र की शनि से नहीं बनती और यदि आपने घर के सामने चंद्र एवं शनि से संबंधित वृक्ष या पौधे लगा दिए हैं तो यह कुंडली में चंद्र और शनि की युति के समान होते हैं जो कि विषयोग कहा गया है।
पूर्व में सूर्य, आग्नेय में शुक्र, दक्षिण में मंगल, नैऋत्य में केतु, पश्चिम में शनि, वायव्य में चंद्र, उत्तर में बुध, ईशान में बृहस्पति का प्रभाव रहता है।
दक्षिणमुखी में मकान क्यों नहीं रहना चाहिए?
वास्तुशास्त्र में दक्षिण दिशा का द्वार शुभ नहीं माना जाता है। इसे संकट का द्वारा भी कहा जाता है। इसके पांच कारण है-
1.दक्षिण में यम और यमदूतों का निवास होता है।
2.दक्षिण दिशा में मंगल ग्रह है। मंगल ग्रह एक क्रूर ग्रह है।
3.दक्षिण दिशा में दक्षिणी ध्रुव है जिसका नकारात्मक प्रभाव बना रहता है।
4.दक्षिण दिशा से अल्ट्रावायलेट किरणों का प्रभाव ज्यादा रहता है जो सेहत के लिए ठीक नहीं है।
5.दक्षिण दिशा में सूर्य सबसे ज्यादा देर तक रहता है जिसके कारण मकान का मुख द्वार तपता रहता है। इसके चलते घर में ऑक्सिजन की कमी हो जाती है।
क्या होता है दक्षिणमुखी द्वार होने से?
दक्षिण दिशा में पैर करके सोने से जिस तरह वह हमारे शरीर की ऊर्जा को खींच लेता है उसी तर वह मकान के भीतर की ऊर्जां को भी खींच लेता है। उदारणार्थ दक्षिण दिशा में पैर करके सोने से फेफड़ों की गति मंद हो जाती है। इसीलिए मृत्यु के बाद इंसान के पैर दक्षिण दिशा की ओर कर दिए जाते हैं ताकि उसके शरीर से बचा हुआ जीवांश समाप्त हो जाए।
यदि आपका घर दक्षिणमुखी होकर दूषित दूषित है तो गृहस्वामी को कष्ट, भाइयों से कटुता, क्रोध की अधिकता और दुर्घटनाएं बढ़ती हैं। रक्तचाप, रक्त विकार, कुष्ठ रोग, फोड़े-फुंसी, बवासीर, चेचक, प्लेग आदि रोग होने की आशंका रहती है। इस दिशा में रहने से आकस्मिक मौत के योग भी बनते हैं।
ज्योतिष में दक्षिण दिशा मंगल से सम्बन्ध रखती है
घर के मुखिया को घर के दक्षिण दिशा में रहना विशेष शुभ होता है
दक्षिण दिशा मुख्य चार दिशाओं में से एक मानी जाती है. यह यम देवता और पितरों की दिशा मानी जाती है. ज्योतिष में दक्षिण दिशा मंगल से सम्बन्ध रखती है. इस दिशा को सामान्यतः अच्छा नहीं माना जाता है. लोग दक्षिण मुख वाले प्लॉट या मकान खरीदने से बचते हैं. लोगों की मान्यता है कि दक्षिण मुख वाले मकान में रहने से जीवन में समस्याएं आनी शुरू हो जाएंगी.
दक्षिण दिशा क्या अशुभ दिशा है?
दक्षिण दिशा सबके लिए अशुभ नहीं होती है. यह दिशा शक्ति साहस और अपार धन देती है. मंत्र शक्ति और साधना के लिए यह दिशा विशेष फलदायी होती है. घर के मुखिया को घर के दक्षिण दिशा में रहना विशेष शुभ होता है. इस दिशा के तीन हिस्से हैं- दक्षिण, दक्षिण पूर्व और दक्षिण पश्चिम.
दक्षिण-पूर्व दिशा का महत्व क्या है?
यह दिशा अग्नि की मुख्य दिशा मानी जाती है. इसको आग्नेय दिशा कहा जाता है. यहां रसोई घर या अग्नि के उपकरण रखना अच्छा होता है. इस स्थान पर बच्चों के कमरे बनाए जा सकते हैं. सामान्यतः यहाँ पर दम्पत्तियों को नहीं रहना चाहिए.
दक्षिण-पश्चिम दिशा का क्या महत्व है?
यह पृथ्वी तत्व की मुख्य दिशा है. इसको नैऋत्य दिशा कहा जाता है. यह धन का सबसे बड़ी दिशा मानी जाती है. इस स्थान पर घर के मुखिया का स्थान रहना अच्छा होता है. इस स्थान पर तिजोरी या धन की आलमारी रखना अच्छा होता है.
घर का वातावरण ही हमारे मन और विचारों को प्रभावित करता है। कहा जाता है जैसा हमारे घर का वातावरण होगा वैसे ही हमारे विचार होंगे। इसलिए आज हम बात करने जा रहे हैं दक्षिण मुखी भवन के बारे में, जिनके बारे में अक्सर कहा जाता है कि दक्षिण मुखी भवन शुभ नहीं होते। क्योंकि हिन्दू धर्म में दक्षिण दिशा की ओर के घर को लंबे समय से लोगों द्वारा अपवित्र और अशुभ माना गया है। क्योंकि दक्षिण यम राज की दिशा है और दक्षिण को नकारात्मक ऊर्जा का स्त्रोत माना गया है। लेकिन हम आपको बता दें कि दक्षिण मुखी भवन हमेशा अशुभ फल नहीं देते। अगर आप उचित वास्तु घर नियमों का पालन करें तो दक्षिण दिशा का घर आपके लिए बहुत शुभ हो सकता है और आपको मालामाल भी बना सकता है।
साथ ही भवन में रहने वालों का जीवन वैभवशाली होता है। परिवार चौतरफा तरक्की कर सुखी एवं सरल जीवन व्यतीत करता है। आइए जानते हैं दक्षिण मुखी मकान की विशेषताएं और निर्माण करते कौन- कौन से वास्तु नियम का करना चाहिए पालन।
दक्षिण मुखी भवन की विशेषताएं:अगर कर लिए ये प्रमुख बदलाव, तो दक्षिण मुखी मकान भी हो सकता है आपके लिए लकी
दक्षिण मुखी भवन हमेशा अशुभ फल नहीं देते। अगर आप उचित वास्तु घर नियमों का पालन करें तो दक्षिण दिशा का घर आपके लिए बहुत शुभ हो सकता है और आपको मालामाल भी बना सकता है।
घर का मुख्य द्वार ठीक दक्षिण में या दक्षिण- पूर्व में स्थित होना चाहिए न कि दक्षिण- पश्चिम में।
दक्षिण दिशा में भूमिगत जल या सेप्टिक टेंक नहीं होना चाहिए वर्ना दुर्घटनाएं व धन हानि हो सकती है।
ऑफिस या दुकान यदि दक्षिण या दक्षिण- पश्चिम में बनाई जाती है तो यह धन देती है लेकिन शर्त ये है कि किराये पर नहीं देनी चाहिए।
दक्षिण- पश्चिम या उत्तर- पूर्व में कोई वॉशरूम नहीं होना चाहिए।
दक्षिण मुखी भवन की शुभ ऊर्जा को स्वास्तिक व वास्तु पिरामिड स्थापित करके बढ़ाया जा सकता है। ये वातावरण को शुद्ध कर भवन वासियों को शारीरिक व मानसिक रूप से लाभ देते हैं।
दक्षिण मुखी भवन में सीढ़ियां हमेशा दक्षिण या दक्षिण- पश्चिम में ही बनानी चाहिए। उत्तर या पूर्व में बनाई सीढ़ियों से धन व कारोबार की क्षति होती है।
मुख्य द्वार के सामने कोई दीवार है तो उस पर गणेश या श्रीयंत्र लगाना चाहिए।
अगर घर में किसी भी तरह का वास्तु दोष है तो भगवान गणेश जी की पूजा करानी चाहिए।
घर का मुख्य द्वार ठीक दक्षिण में या दक्षिण- पूर्व में स्थित होना चाहिए न कि दक्षिण- पश्चिम में।
दक्षिण दिशा में भूमिगत जल या सेप्टिक टेंक नहीं होना चाहिए वर्ना दुर्घटनाएं व धन हानि हो सकती है।
ऑफिस या दुकान यदि दक्षिण या दक्षिण- पश्चिम में बनाई जाती है तो यह धन देती है लेकिन शर्त ये है कि किराये पर नहीं देनी चाहिए।
दक्षिण- पश्चिम या उत्तर- पूर्व में कोई वॉशरूम नहीं होना चाहिए।
दक्षिण मुखी भवन की शुभ ऊर्जा को स्वास्तिक व वास्तु पिरामिड स्थापित करके बढ़ाया जा सकता है। ये वातावरण को शुद्ध कर भवन वासियों को शारीरिक व मानसिक रूप से लाभ देते हैं।
दक्षिण मुखी भवन में सीढ़ियां हमेशा दक्षिण या दक्षिण- पश्चिम में ही बनानी चाहिए। उत्तर या पूर्व में बनाई सीढ़ियों से धन व कारोबार की क्षति होती है।
मुख्य द्वार के सामने कोई दीवार है तो उस पर गणेश या श्रीयंत्र लगाना चाहिए।
अगर घर में किसी भी तरह का वास्तु दोष है तो भगवान गणेश जी की पूजा करानी चाहिए।
अगर कर लिए ये प्रमुख बदलाव, तो दक्षिण मुखी मकान भी हो सकता है आपके लिए लकी
दक्षिण मुखी भवन हमेशा अशुभ फल नहीं देते। अगर आप उचित वास्तु घर नियमों का पालन करें तो दक्षिण दिशा का घर आपके लिए बहुत शुभ हो सकता है और आपको मालामाल भी बना सकता है।
दक्षिण मुखी भवन भी देते हैं शुभ फल
घर का वातावरण ही हमारे मन और विचारों को प्रभावित करता है। कहा जाता है जैसा हमारे घर का वातावरण होगा वैसे ही हमारे विचार होंगे। इसलिए आज हम बात करने जा रहे हैं दक्षिण मुखी भवन के बारे में, जिनके बारे में अक्सर कहा जाता है कि दक्षिण मुखी भवन शुभ नहीं होते। क्योंकि हिन्दू धर्म में दक्षिण दिशा की ओर के घर को लंबे समय से लोगों द्वारा अपवित्र और अशुभ माना गया है। क्योंकि दक्षिण यम राज की दिशा है और दक्षिण को नकारात्मक ऊर्जा का स्त्रोत माना गया है। लेकिन हम आपको बता दें कि दक्षिण मुखी भवन हमेशा अशुभ फल नहीं देते। अगर आप उचित वास्तु घर नियमों का पालन करें तो दक्षिण दिशा का घर आपके लिए बहुत शुभ हो सकता है और आपको मालामाल भी बना सकता है।
साथ ही भवन में रहने वालों का जीवन वैभवशाली होता है। परिवार चौतरफा तरक्की कर सुखी एवं सरल जीवन व्यतीत करता है। आइए जानते हैं दक्षिण मुखी मकान की विशेषताएं और निर्माण करते कौन- कौन से वास्तु नियम का करना चाहिए पालन।
इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ें और पढ़ कर इस ज्ञान को अपने तक ही ना रखें इसे अधिक से अधिक शेयर करें ताकि यह ज्ञान सब तक पहुंच सके क्योंकि ज्ञान का दान सर्वाधिक महत्वपूर्ण एवं लाभकारी है
✍आचार्य जे पी सिंह
ज्योतिष, वास्तु विशेषज्ञ एवं एस्ट्रो मेडिकल स्पेशलिस्ट
www.astrojp.com,
www.astrojpsingh.com
Mob .9811558158
Is south facing house auspicious or inauspicious?
In Vastu Shastra, the south direction house is considered to be inauspicious and have negative effects except in some circumstances. Although many people say that nothing happens by living in a south facing house, one of our acquaintances has been living there for years. If you read the answer below, then you will know why they did not mind.
Actually, some or the other planet is situated in every direction which exerts its good or bad influence. It depends on the Vastu of the house, the Vastu of the neighborhood and the environment and the condition of the trees around it. Each planet has its own tree. For example, Moon is not formed from Saturn and if you have planted trees or plants related to Moon and Saturn in front of the house, then it is similar to the combination of Moon and Saturn in the horoscope, which is called Vishyoga.
Sun in the east, Venus in the southeast, Mars in the south, Ketu in the southwest, Saturn in the west, Moon in the northwest, Mercury in the north, Jupiter in the northeast.
Why shouldn't the house be in the south-facing direction?
In Vastu Shastra, the door of south direction is not considered auspicious. It is also called the door of crisis. There are five reasons for this-
1. Yama and Yamadoots reside in the south.
2. Mars is in the south direction. Mars is a cruel planet.
3. There is South Pole in the south direction which has a negative effect.
4. The effect of ultraviolet rays is more from the south direction, which is not good for health.
5. The sun stays for the longest time in the south direction due to which the front door of the house keeps heating up. Due to this, there is a lack of oxygen in the house.
What happens if there is a south facing door?
Sleeping with feet in the south direction, just as it draws the energy of our body, in the same way it also draws the energy inside the house. For example, sleeping with feet in the south direction slows down the speed of the lungs. That is why after death the feet of a person are turned towards the south direction so that the remaining germs from his body are destroyed.
If your house is south-facing and is contaminated, then the householder suffers, bitterness with brothers, excess of anger and accidents increase. There is a possibility of diseases like blood pressure, blood disorders, leprosy, boils, piles, smallpox, plague etc. By living in this direction, chances of accidental death are also created.
South direction in astrology is related to Mars
It is especially auspicious for the head of the house to stay in the south direction of the house.
South direction is considered one of the main four directions. This is considered the direction of Yama Devta and ancestors. In astrology, the south direction is related to Mars. This direction is generally not considered good. People avoid buying south facing plots or houses. People believe that by living in a south facing house, problems will start coming in life.
Is south direction an inauspicious direction?
South direction is not inauspicious for everyone. This direction gives strength, courage and immense wealth. This direction is especially fruitful for mantra power and spiritual practice. It is especially auspicious for the head of the house to stay in the south direction of the house. There are three parts of this direction – South, South East and South West.
What is the importance of south-east direction?
This direction is considered the main direction of fire. This is called the southeast direction. It is good to keep kitchen or fire equipment here. Children's rooms can be made at this place. Generally couples should not stay here.
What is the importance of South-West direction?
This is the main direction of the earth element. This is called the southwest direction. This is considered the biggest direction of wealth. It is good for the head of the house to stay at this place. It is good to keep a vault or an almirah of money at this place.
The atmosphere of the house itself affects our mind and thoughts. It is said that our thoughts will be like the environment of our house. That's why today we are going to talk about south facing buildings, which are often said that south facing buildings are not auspicious. Because in Hinduism, the south-facing house has been considered unholy and inauspicious by the people for a long time. Because South is the direction of Yama Raj and South is considered the source of negative energy. But let us tell you that south facing buildings do not always give inauspicious results. If you follow proper Vastu house rules then South direction house can be very auspicious for you and can also make you rich.
Along with this, the life of the people living in the building is luxurious. The family makes all-round progress and leads a happy and simple life. Let us know the features of south facing house and which Vastu rules should be followed while building.
Features of south facing house: If you make these major changes, then south facing house can also be lucky for you.
South facing buildings always do not give inauspicious results. If you follow proper Vastu house rules then South direction house can be very auspicious for you and can also make you rich.
The main door of the house should be located exactly in the south or south-east and not in the south-west.
There should not be underground water or septic tank in the south direction, otherwise there may be accidents and loss of money.
If office or shop is built in south or south-west, then it gives wealth but the condition is that it should not be given on rent.
There should not be any washroom in South-West or North-East.
The auspicious energy of south facing building can be increased by installing Swastik and Vastu Pyramid. They purify the environment and give physical and mental benefits to the residents of the building.
Stairs should always be made in south or south-west in south facing building. Stairs made in north or east cause loss of money and business.
If there is a wall in front of the main door, then Ganesh or Shreeyantra should be placed on it.
If there is any kind of Vastu defect in the house, then Lord Ganesha should be worshipped.
The main door of the house should be located exactly in the south or south-east and not in the south-west.
There should not be underground water or septic tank in the south direction, otherwise there may be accidents and loss of money.
If office or shop is built in south or south-west, then it gives wealth but the condition is that it should not be given on rent.
There should not be any washroom in South-West or North-East.
The auspicious energy of south facing building can be increased by installing Swastik and Vastu Pyramid. They purify the environment and give physical and mental benefits to the residents of the building.
Stairs should always be made in south or south-west in south facing building. Stairs made in north or east cause loss of money and business.
If there is a wall in front of the main door, then Ganesh or Shreeyantra should be placed on it.
If there is any kind of Vastu defect in the house, then Lord Ganesha should be worshipped.
If you make these major changes, then south facing house can also be lucky for you.
South facing buildings always do not give inauspicious results. If you follow proper Vastu house rules then South direction house can be very auspicious for you and can also make you rich.
South facing buildings also give auspicious results
The atmosphere of the house itself affects our mind and thoughts. It is said that our thoughts will be like the environment of our house. That's why today we are going to talk about south facing buildings, which are often said that south facing buildings are not auspicious. Because in Hinduism, the south-facing house has been considered unholy and inauspicious by the people for a long time. Because South is the direction of Yama Raj and South is considered the source of negative energy. But let us tell you that south facing buildings do not always give inauspicious results. If you follow proper Vastu house rules then South direction house can be very auspicious for you and can also make you rich.
Along with this, the life of the people living in the building is luxurious. The family makes all-round progress and leads a happy and simple life. Let us know the features of south facing house and which Vastu rules should be followed while building.
Read this article carefully and do not keep this knowledge to yourself after reading, share it as much as possible so that this knowledge can reach everyone because the donation of knowledge is most important and beneficial.
✍ Acharya JP Singh
Astrology, Vastu Specialist & Astro Medical Specialist
www.astrojp.com
www.astrojpsingh.com
Mob.9811558158
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