Astrology for becoming a police officer


पुलिस अधिकारी बनने के ज्योतिष योग

बहुत सारे लोग हैं जो IPS अधिकारी बनना चाहते हैं। कुछ सफल होते हैं, जबकि जो लोग आईपीएस अधिकारी बनने के अपने सपने को पूरा नहीं कर पाते हैं, वे आईपीएस से निचले स्तर पर पुलिस विभाग में शामिल होते हैं या सपने को पूरी तरह छोड़ देते हैं। एक इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर, डीएसपी या एएसपी के रूप में यह अधिकारी का कर्तव्य है कि वह राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखे और अपराध को नियंत्रित करे। कुछ ऐसे भी हैं जो इस पेशे में हैं लेकिन बिना वर्दी के काम करते हैं। वे गुप्त एजेंट या अपराध जांच की शाखा में अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं।

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, जो लोग अपने पेशेवर जीवन में वर्दी पहनते हैं, उनकी जन्म कुंडली में मंगल और शनि का प्रमुख योगदान होता है। मंगल के प्रभाव से व्यक्ति को इस क्षेत्र के लिए शक्ति, साहस, जोश और उत्साह प्राप्त होता है। सेना और रक्षा के क्षेत्र में साहस प्रमुख संपत्ति है। शनि व्यक्ति को अनुशासित और सख्त बनाता है। शनि को न्याय और दंड का ग्रह कहा जाता है।

सामान्यतः कहा जाता है कि रुचक योग में जन्म लेने वाला जातक साहसी, नेतृत्वकर्ता, यशस्वी, प्रभावशाली व्यक्तित्व वाला, शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने वाला, उद्यमशील, लीक से हटकर चलने वाला और परिश्रमी होता है। वस्तुतः अन्य योगों की भांति रुचक योग भी लग्न, भाव एवं भावेश के अनुरूप तथा मंगल की नक्षत्रीय स्थिति के अनुरूप फल देता है। मंगल को दशम भाव में विशेष बली माना जाता है। दशम भावगत उच्चस्थ मंगल से कुलदीपक योग की रचना होती है।

हालांकि मंगल को अनिष्टकारी ग्रह माना गया है लेकिन किसी भी प्रकार का कोई फैसला तात्कालिक आधार पर लेना श्रेयस्कर नहीं है, क्योंकि पापी ग्रहों के शुभ भावों के स्वामी होने पर इनके पापत्व में क्षीणता आती है। मंगल भाई का कारक होते हुए भी क्रूर ग्रहों में अग्रणी है। कर्क व सिंह लग्न की कुंडली देखते ही ज्योतिषी के मुंह से पहला शब्द निकलता है राजयोग की कुंडली, क्योंकि इन दोनों लग्नों के लिए मंगल सदैव राजयोग कारक कहा गया है। इन दोनों लग्नों वालों के लिए मंगल की महादशा व अंतर्दशा काल जीवन का स्वर्णिम काल होता है।
बशर्ते यह दशा सही उम्र में आए। ज्योतिष में कहा गया है कि राजा को संतोषी व ज्योतिषी को असंतोषी नहीं होना चाहिए, क्योंकि ज्योतिष शुभ ग्रहों के प्रभाव से बनता है और राजयोग बनाने वाले क्रूर ग्रह होते हैं जिसमें की मंगल मुख्य है। यदि मंगल केंद्र, तृतीय आदि में हो या कर्म स्थान पर दृष्टि आदि द्वारा प्रभाव बनाए तो जातक पुलिस विभाग में नौकरी करता है। यदि चंद्र लग्न बलवान है तो उससे भी यही फल होता है। निम्न कुंडलियों के अध्ययन से यह विषय स्पष्ट हो जाएगा।

कुंडली नं. 1 एक आइ.पी.एस. की है जिनका जन्म उ.प्र. में 22.10.1979 को 14.30 बजे हुआ। इसमें लग्न में रुचक योग बना है जिसने जातक को कर्मशील व निर्भीक बनाया औरत तीनों गड्ढे खाली होने से प्रबल राजयोग बना। नवमेश व दशमेश की युति ने पुनः राजयोग बनाया। कुंडली में केंद्र में सूर्य व चंद्रमा के अलावा कोई भी दो ग्रह यदि पंचमहापुरुष योग का निर्माण कर रहें हो तो जातक राजा होता है। आइ.पी.एस. अफसर राजा की श्रेणी में ही आते हैं। जातक के भाग्येश बुध की महादशा भी शिक्षा के समय व भाग्योदय के समय में रहने के कारण योगों ने अपना शुभ फल समय पर दिया। नवांश में मकर के मंगल ने अपना शुभ फल करने में कोई कमी नहीं रखी, हालांकि सप्तम के केतु व लग्न के राहु ने अंतर्जातीय प्रेम विवाह कराया। आज ये प्रसिद्ध व ईमानदार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक है।

कुंडली नं. 2 एक अन्य आइ.पी.एस. अधिकारी की है जिनका जन्म उ.प्र. में दिनांक 3.2.1956 को 14.00 बजे हुआ। इनकी कुंडली में सप्तम में रुचक योग बना है व नवांश में मंगल मकर का है। केंद्र के चारों भावों में ग्रह होने से उच्च पद की प्राप्ति हुई। किंतु सप्तम में मंगल, शनि व राहु की युति के कारण इनका विवाह नहीं हो सका। आज ये आइ.जी. पद पर हैं।

कुंडली नं. 3 के जातक भी एक आइ.पी.एस. अधिकारी की हैं जिनका जन्म उ.प्र. में दिनांक 26.12.1953 को 13.40 पर हुआ। इन्हें सप्तम में अपने उच्चनाथ दिग्बली शनि से बल मिला व नवांश में मकर के मंगल होने, दशम भाव में मंगल की उच्च की मकर राशि पर दृष्टि होने व तीनों गड्ढे खाली होने से उच्च पद प्राप्त हुआ। आज ये आइ.जी. पद पर है । पंचम में मात्र स्त्री ग्रह चंद्रमा के होने व पंचमेश सूर्य पर किसी पुरुष ग्रह का प्रभाव न होने से इनके दो पुत्रियां ही है।

कुंडली नं. 4 एक पी.पी.एस. अधिकारी की है। इनका जन्म उ.प्र. में दिनांक 19.4.1958 को 19.00 बजे हुआ। चतुर्थ भाव में उच्च के मंगल ने इन्हें पी.पी.एस. स्तर का राजपित्रत अधिकारी तो बनाया लेकिन नवांश में सिंह के मंगल के कारण आइ.पी.एस. न हो सके। इन्हें भी लग्न के राहु व सप्तम के केतु ने प्रेम विवाह करने को मजबूर किया। पंचम में स्त्री ग्रह शुक्र के होने से, पंचमेश शनि पर किसी भी पुरुष ग्रह का प्रभाव न होने से व पुत्र कारक ग्रह गुरु को राहु द्वारा निगले जाने से इनके तीन पुत्रियां ही हुईं। मंगल यदि तीसरे, छठे, दशम या एकादश भाव में हो तो उत्तम फल करता है। इसका स्पष्ट उदाहरण है

कुंडली सं 5। इनका जन्म उ.प्र. में दिनांक 1.11.1947 को 4.02 बजे हुआ। इनकी चंद्र कुंडली बलवान है जिससे भी मंगल ने तीसरे भाव में व नवांश में शनि की कुंभ राशि में होकर व अपने उच्चनाथ के साथ बल पाकर इन्हंे एक पी.पी.एस. अधिकारी बनाया और आज वे विभागीय पदोन्नति पाकर डी.आइ.जी. पद पर हैं। तीनों गड्ढे खाली होने से बने राजयोग ने उच्च पद पर पहुंचाया।

कुंडली न. 6 उ.नि. स्तर के एक पुलिस अधिकारी की है। इनका जन्म उ.प्र. में दिनांक 7.10.1967 को हुआ। चतुर्थ में रुचक योग ने पुलिस की नौकरी तो दिलाई किंतु नवांश में कुंभ के मंगल ने राजपत्रित अधिकारी का पद नहीं दिया। अष्टम के शनि व सुख स्थान में नीच के चंद्रमा तथा मंगली योग के कारण इनका विवाह नहीं हुआ है और आज एक अधेड़ आयु की कई बच्चों की मां के साथ जीवन व्ययतीत कर रहे हैं।

कुंडली नं. 7 उ.नि. स्तर के एक अधिकारी की है जो विभागीय पदोन्नति पाकर आज डिप्टी एस.पी. पद पर हंै। इनका जन्म 26.12.1944 को 11.30 बजे उ.प्र. में हुआ। इनका मंगल दशम में दिग्बली व स्वराशि का होकर बलवान तो है, किंतु मीन के नवांश में होने से व धनेश गुरु के अष्टम में जाने से प्रारंभ में उच्च पद से नौकरी शुरू न हो सकी।

कुंडली नं. 8 कानि. स्तर के एक पुलिस कर्मी की है। इनका जन्म उत्तरांचल में दिनांक 13.1.1962 को सुबह 6.00 बजे हुआ। ये कानि. पद पर भर्ती हुए और अब तक हेड कानि. ही हो पाए हैं। मंगल ने लग्न पर प्रभाव डालकर पुलिस में आने के योग तो बनाए पर नवांश में तुला के होने से तथा लग्नेश गुरु के नींच के होने से आंशिक कालसर्प योग व केमदु्रम योग के कारण उच्च पद की प्राप्ति नहीं हो सकी।

कुंडली नं. 9 कानि. स्तर के एक पुलिस कर्मी की है। इनका जन्म उ.प्र. में दिनांक 15.10.1965 को सुबह 5.05 बजे हुआ। तृतीय के मंगल ने कर्म स्थान पर दृष्टि द्वारा पुलिस में आने का योग बनाया पर चंद्रमा पर शनि व मंगल की दृष्टि, गंडमूल नक्षत्र के जन्म व केमदु्रम योग के कारण उच्च पद नहीं मिल सका।

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✍आचार्य जे पी सिंह
ज्योतिष, वास्तु विशेषज्ञ एवं एस्ट्रो मेडिकल स्पेशलिस्ट       
www.astrojp.com,
www.astrojpsingh.com
Mob .9811558158

Astrology for becoming a police officer

There are many people who want to become an IPS officer.  Some become successful, while those who do not fulfill their dream of becoming an IPS officer, join the police department at a level lower than IPS or give up on the dream altogether.  As an Inspector, Sub-Inspector, DSP or ASP it is the duty of the officer to maintain law and order in the state and control crime.  There are some who are in this profession but work without uniform.  They are performing their duties as secret agents or in the branch of crime investigation.

According to Vedic astrology, people who wear uniform in their professional life have major contributions from Mars and Saturn in their birth chart.  Due to the influence of Mars, a person gets strength, courage, enthusiasm and enthusiasm for this field.  Courage is a major asset in the field of army and defence.  Shani makes a person disciplined and strict.  Shani is called the planet of justice and punishment.

It is generally said that a person born in Ruchak Yoga is courageous, leader, successful, influential personality, victorious over enemies, enterprising, out of the box and hardworking.  In fact, like other yogas, Ruchak yoga also gives results according to the Ascendant, Bhava and Bhavesh and according to the sidereal position of Mars.  Mars is considered special sacrifice in the tenth house.  Kuldeepak Yoga is formed from tenth exalted Mars.

Although Mars has been considered as an inauspicious planet, but it is not good to take any kind of decision on an immediate basis, because when malefic planets are lords of auspicious houses, their sinfulness decreases.  Mangal is leading among the cruel planets even though it is a factor of brother.  The first word that emerges from the astrologer's mouth on seeing the horoscope of Cancer and Leo ascendant is Rajyoga Kundli, because Mars has always been called Rajyoga Karak for both these ascendants.  The Mahadasha and Antardasha period of Mars is the golden period of life for the people of these two Ascendants.
Provided this condition comes at the right age.  It has been said in astrology that the king should not be satisfied and the astrologer should not be dissatisfied, because astrology is formed by the influence of auspicious planets and the malefic planets that form Rajyoga, in which Mars is the main.  If Mars is in Kendra, 3rd etc. or makes an impact on the place of work through vision etc., then the person works in the police department.  If the Moon Ascendant is strong, then it also gives the same result.  This topic will become clear from the study of the following horoscopes.

Horoscope no.  1 an I.P.S.  Whose birth is in U.P.  Happened on 22.10.1979 at 14.30 hrs.  In this, an interesting yoga has been formed in the marriage, which made the person hardworking and fearless, and the woman became a strong Rajyoga when all the three pits were empty.  The combination of Navamesh and Dashmesh again created Raja Yoga.  Apart from Sun and Moon in the center of the horoscope, if any two planets are forming Panchamahapurush Yoga, then the person becomes a king.  IPS  Officers come in the same category as the king.  Due to the mahadasha of Bhagyesh Mercury of the Jatak being at the time of education and fortune, the yogas gave their auspicious results on time.  Capricorn's Mars in Navamsha left no stone unturned in giving its auspicious results, although Ketu in the seventh house and Rahu in the ascendant caused an inter-caste love marriage.  Today he is a famous and honest Senior Superintendent of Police.

Horoscope no.  2 Another I.P.S.  Of the officer who was born in U.P.  Happened on 3.2.1956 at 14.00 hrs.  Ruchak Yoga is formed in the seventh house in his horoscope and Mars is in Capricorn in the ninth house.  The presence of planets in the four houses of the center gives a high position.  But due to the conjunction of Mars, Saturn and Rahu in the seventh house, they could not get married.  Today this I.G.  are on the post.

Horoscope no.  The native of 3 is also an I.P.S.  Of the officer who was born in U.P.  Happened on 26.12.1953 at 13.40.  He got strength from his exalted Digbali Shani in the seventh house and got a high position due to Mars being in Capricorn in Navamsa, Mars aspecting exalted Capricorn in tenth house and all the three pits being empty.  Today this I.G.  Are on the post.  Due to the presence of only the female planet Moon in the fifth house and no influence of any malefic planet on the fifth lord Sun, they have only two daughters.

Horoscope no.  4 a pps.  Officer's.  He was born in U.P.  took place on 19.4.1958 at 19.00 hrs.  Exalted Mars in the fourth house gave him P.P.S.  Made a gazetted officer of the level, but due to the Mars of Singh in Navamsh, I.P.S.  Could not be  Rahu in the ascendant and Ketu in the seventh house forced them to have a love marriage.  Due to the presence of the female planet Venus in the fifth house, no effect of any malefic planet on the fifth lord Saturn, and due to Rahu swallowing the malefic planet Guru, they had only three daughters.  If Mars is in the third, sixth, tenth or eleventh house, it gives good results.  a clear example of this

Horoscope number 5.  He was born in U.P.  I happened on 1.11.1947 at 4.02.  His moon chart is strong, due to which Mars in the third house and Saturn in the navamsa, being in Aquarius and getting strength with his Uchchnath, gave him a P.P.S.  Made an officer and today he is DIG after getting departmental promotion.  are on the post.  The Rajyoga created by the emptying of all the three pits took you to a high position.

Horoscope no.  6 U.N.  level one police officer.  He was born in U.P.  I was born on 7.10.1967.  In the fourth house, Ruchak Yoga gave a job in the police, but in the ninth house, the Mars of Kumbh did not give the post of a gazetted officer.  He has not been married due to low Moon and Mangali Yoga in the eighth house of Shani and Sukh place and today he is living with a middle aged mother of many children.

Horoscope no.  7 U.N.  It is of a level officer who, after getting departmental promotion, has become deputy SP today.  Are on the post.  He was born on 26.12.1944 at 11.30 in U.P.  Happened in  His auspicious Mars is strong due to Digbali and Swarashi in Dasham, but due to Pisces being in Navansh and Dhanesh Guru's going in Ashtam, he could not start a job from a high position in the beginning.

Horoscope no.  8 Kani.  Level one police personnel.  He was born in Uttaranchal on 13.1.1962 at 6.00 am.  Ye Kani.  Admitted to the post and till now Head Kani.  Only have been able to happen.  By influencing the Ascendant, Mars created the possibility of joining the police force, but due to the presence of Libra in Navamsha and the debilitated aspect of the Lord of the ascendant, due to partial Kalsarpa Yoga and Kemdrum Yoga, a higher position could not be attained.

Horoscope no.  9 Kani.  Level one police personnel.  He was born in U.P.  I took place on 15.10.1965 at 5.05 in the morning.  Mars in the third house created the possibility of coming to the police through vision on the place of work, but due to the aspect of Saturn and Mars on the Moon, the birth of Gandmool constellation and Kemdrum Yoga, could not get a high position.

Read this article carefully and do not keep this knowledge to yourself after reading, share it as much as possible so that this knowledge can reach everyone because the donation of knowledge is most important and beneficial.

✍ Acharya JP Singh
Astrology, Vastu Specialist & Astro Medical Specialist
www.astrojp.com
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