Significance of Nakshatra


नक्षत्र का महत्व

ज्योतिष शास्त्र में 27 नक्षत्रों का विवरण दिया गया है। पौराणिक कथाओं में इन्हें दक्ष प्रजापति की पुत्रियाँ बताया गया है। नक्षत्र और राशि के अनुसार, मनुष्य का स्वभाव, गुण-धर्म, जीवन शैली जन्म नक्षत्र से जुड़ी हुई होती है। ये सत्य है कि जिस नक्षत्र में मनुष्य जन्म लेता है वह नक्षत्र उसके स्वभाव और आने वाले जीवन पर अपना  प्रभाव अवश्य डालता है। ये सभी नक्षत्र जितने महत्वपूर्ण हैं उतने ही व्यक्तिगत जीवन पर भी प्रभाव डालते हैं। भारतीय वैदिक ज्योतिष की गणनाओं में महत्वपूर्ण माने जाने वाले 27 नक्षत्रों का विवरण दिया गया है।

प्राचीन काल में ज्योतिष शास्त्र के विद्वानों ने राशियों को सरलता से समझने के लिए 12 भागों में बाँट दिया था और आकाश को 27 नक्षत्रों में। इन नक्षत्रों की गणना ज्योतिष में महत्वपूर्ण योगदान के लिए की जाती है। वैदिक ज्योतिष में एक नक्षत्र को एक सितारे के समान समझा जाता है। सभी नक्षत्रों को 4 पदों में या 3 डिग्री और 20 मिनट के अन्तराल में बांटा गया है। आकाश मंडल के नौ ग्रहों को 27 नक्षत्रों का अर्थात हर ग्रह को तीन नक्षत्रों का स्वामि‍त्व प्राप्त है। इस प्रकार प्रत्येक राशि में 9 पद हैं। 
चंद्रमा का नक्षत्रों से मिलन 'नक्षत्र योग' और ज्योतिष को 'नक्षत्र विद्या' कहा जाता है। भारतीय वैदिक ज्योतिष में नक्षत्र के सिद्धांत का वर्णन है। नक्षत्र के सिद्धांत अन्य प्रचलित ज्योतिष पद्धतियों से अधिक दावेदार और अचूक हैं।

चन्द्रमा 27.3 दिन में पृथ्वी की एक परिक्रमा पूरी करता है। एक मासिक चक्र में चन्द्रमा जिस भी मुख्य सितारों के समूहों के मध्य से गोचर करता है, उस संयोग को नक्षत्र कहा जाता है। चन्द्रमा द्वारा पृथ्वी की एक परिक्रमा में 27 विभिन्न तारा-समूह बनते हैं और इन्हीं तारों के विभाजित समूह को नक्षत्र या तारामंडल कहा जाता है। प्रत्येक नक्षत्र एक विशेष तारामंडल या तारों के एक समूह का प्रतिनिधि होता है।

0 डिग्री से लेकर 360 डिग्री तक सारे नक्षत्रों का नामकरण किस प्रकार किया गया है। 27 नक्षत्रों की विशेषताएं और उनका जातकों के गुण एवं स्वभाव पर क्या प्रभाव पड़ता है? आज हम इस बारे में आपको बताएंगे।

नौ ग्रह और 27 नक्षत्र हमारे जीवन और व्यक्तित्व को प्रभावित करते हैं, जो हमारे जन्म के साथ ही हमारे साथ साथ चलते हैं और हमें अपने मुताबिक ढालने की कोशिश करते हैं, उनके बारे में वैदिक ज्योतिष कई आयामों से अध्ययन करता रहा है। इन अध्ययनों के मुताबिक हर नक्षत्र कुछ कहता है।

27 नक्षत्र और उनका जातक के स्वभाव पर प्रभाव

ज्योतिष शास्त्र में 27 नक्षत्रों का विवरण दिया गया है। पौराणिक कथाओं में इन्हें दक्ष प्रजापति की पुत्रियाँ बताया गया है। नक्षत्र और राशि के अनुसार, मनुष्य का स्वभाव, गुण-धर्म, जीवन शैली जन्म नक्षत्र से जुड़ी हुई होती है। ये सत्य है कि जिस नक्षत्र में मनुष्य जन्म लेता है वह नक्षत्र उसके स्वभाव और आने वाले जीवन पर अपना  प्रभाव अवश्य डालता है। ये सभी नक्षत्र जितने महत्वपूर्ण हैं उतने ही व्यक्तिगत जीवन पर भी प्रभाव डालते हैं। भारतीय वैदिक ज्योतिष की गणनाओं में महत्वपूर्ण माने जाने वाले 27 नक्षत्रों का विवरण दिया गया है।

प्राचीन काल में ज्योतिष शास्त्र के विद्वानों ने राशियों को सरलता से समझने के लिए 12 भागों में बाँट दिया था और आकाश को 27 नक्षत्रों में। इन नक्षत्रों की गणना ज्योतिष में महत्वपूर्ण योगदान के लिए की जाती है। वैदिक ज्योतिष में एक नक्षत्र को एक सितारे के समान समझा जाता है। सभी नक्षत्रों को 4 पदों में या 3 डिग्री और 20 मिनट के अन्तराल में बांटा गया है। आकाश मंडल के नौ ग्रहों को 27 नक्षत्रों का अर्थात हर ग्रह को तीन नक्षत्रों का स्वामि‍त्व प्राप्त है। इस प्रकार प्रत्येक राशि में 9 पद हैं। 
चंद्रमा का नक्षत्रों से मिलन 'नक्षत्र योग' और ज्योतिष को 'नक्षत्र विद्या' कहा जाता है। भारतीय वैदिक ज्योतिष में नक्षत्र के सिद्धांत का वर्णन है। नक्षत्र के सिद्धांत अन्य प्रचलित ज्योतिष पद्धतियों से अधिक दावेदार और अचूक हैं।

चन्द्रमा 27.3 दिन में पृथ्वी की एक परिक्रमा पूरी करता है। एक मासिक चक्र में चन्द्रमा जिस भी मुख्य सितारों के समूहों के मध्य से गोचर करता है, उस संयोग को नक्षत्र कहा जाता है। चन्द्रमा द्वारा पृथ्वी की एक परिक्रमा में 27 विभिन्न तारा-समूह बनते हैं और इन्हीं तारों के विभाजित समूह को नक्षत्र या तारामंडल कहा जाता है। प्रत्येक नक्षत्र एक विशेष तारामंडल या तारों के एक समूह का प्रतिनिधि होता है।

0 डिग्री से लेकर 360 डिग्री तक सारे नक्षत्रों का नामकरण किस प्रकार किया गया है। 27 नक्षत्रों की विशेषताएं और उनका जातकों के गुण एवं स्वभाव पर क्या प्रभाव पड़ता है? आज हम इस बारे में आपको बताएंगे।

1- अश्विनी नक्षत्र 

ज्योतिष शास्त्र में सबसे प्रमुख और सबसे प्रथम अश्विनी नक्षत्र को माना गया है। अश्विनी नक्षत्र में जन्मे जातक सामान्यतः सुन्दर, चतुर, सौभाग्यशाली एवं स्वतंत्र विचारों वाले और आधुनिक सोच के लिए मित्रों में प्रसिद्ध होते हैं। इस नक्षत्र में जन्मा व्यक्ति बहुत ऊर्जावान होने के साथ-साथ सदा सक्रिय रहता है। इनकी महत्वाकांक्षाएं इन्हें संतुष्ट नहीं होने देतीं। ये लोग सभी से बहुत प्रेम करने वाले, हस्तक्षेप न पसंद करने वाले, रहस्यमयी प्रवृत्ति के होते हैं। ये लोग अच्छे जीवनसाथी और एक आदर्श मित्र साबित होते हैं।

2-  भरणी नक्षत्र 

इस नक्षत्र का स्वामी शुक्र ग्रह होता है, जिस कारण इस नक्षत्र में जन्मे लोग एक दृढ़ निश्चयी, चतुर, सदा सत्य बोलने वाले, आराम पसंद और आलीशान जीवन जीने वाले होते हैं। ये लोग काफी आकर्षक और सुंदर होते हैं, इनका स्वभाव लोगों को आकर्षित करता है। इनके अनेक मित्र होंगे और मित्रों में बहुत अधिक लोकप्रिय भी होते हैं। इनके जीवन में प्रेम सर्वोपरी होता है और जो भी ये ठान लेते हैं उसे पूरा करने के बाद ही चैन से बैठते हैं। इनकी सामाजिक प्रतिष्ठा और सम्मान हमेशा बना रहता है।

3-  कृतिका नक्षत्र 

इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति पर सूर्य का प्रभाव रहता है, जिस कारण से ये लोग आत्म गौरव करने वाले होते हैं। इस नक्षत्र में जन्मे जातक सुन्दर और मनमोहक छवि वाला होता है। वह केवल सुन्दर ही नहीं अपितु गुणी भी होते हैं। ना तो पहली नजर में प्यार जैसी चीज पर भरोसा करते हैं और ना ही किसी पर बहुत जल्दी विश्वास करते हैं। इन लोगों का व्यक्तित्व राजा के समान ओजपूर्ण एवं पराक्रमी होता है। ये तेजस्वी एवं तीक्ष्ण बुद्धि के स्वामी, स्वाभिमानी, तुनक मिजाजी और बहुत उत्साहित रहने वाले होते हैं। ये लोग जिस भी काम को अपने हाथ में लेते हैं उसे पूरी लगन और मेहनत के साथ पूरा करते हैं।

4-  रोहिणी नक्षत्र 

रोहिणी नक्षत्र का स्वामी चंद्रमा होता है और चंद्रमा के प्रभाव के कारण ये लोग बहुत कल्पनाशील और मनचले स्वभाव के होते हैं। ये लोग काफी चंचल स्वभाव के होते हैं और स्थायित्व इन्हें रास नहीं आता। इन लोगों की सबसे बड़ी कमी यह होती है कि ये कभी एक ही मुद्दे या राय पर कायम नहीं रहते। ये व्यक्ति सदा दूसरों में गलतियां ढूँढते रहते हैं। सामने वाले की त्रुटियों की चर्चा करना इनका शौक होता है। ये लोग स्वभाव से बहुत मिलनसार तो होते ही हैं लेकिन साथ-साथ जीवन की सभी सुख-सुविधाओं को पाने का प्रयास भी करते रहते हैं। विपरीत लिंग के लोगों के प्रति इनके अन्दर विशेष आकर्षण देखा जा सकता है। ये शारीरिक रूप से कमज़ोर होते हैं इसलिए कोई भी छोटे से छोटे वातावरण बदलाव के रोग भी आपको अक्सर जकड़ लेते हैं।

5-  मृगशिरा नक्षत्र 

इस नक्षत्र के जातकों पर मंगल का प्रभाव होने के कारण ये लोग स्वभाव से बहुत साहसी, दृढ़ निश्चय चतुर एवं चंचल स्वभाव के अध्ययन में अधिक रूचि, माता पिता के आज्ञाकारी और सदैव साफ़ सुथरे आकर्षक वस्त्र पहनने वाले होते हैं। ये लोग स्थायी जीवन जीने में विश्वास रखते हैं और हर काम पूरी मेहनत के साथ पूरा करते हैं। इनका व्यक्तित्व बहुत आकर्षक होता है और ये हमेशा सचेत रहते हैं। यदि कोई व्यक्ति इनके साथ धोखा करता है तो ये किसी भी कीमत पर उसे सबक सिखाकर ही मानते हैं। बुद्धिमान होने के साथ-साथ मानसिक रूप से मजबूत होते हैं। इनको संगीत पसंद होता है और सांसारिक सुखों का उपभोग करने वाले होते हैं।

6-  आर्द्रा नक्षत्र 

इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोगों पर आजीवन बुध और राहु ग्रह का प्रभाव रहता है। राहु का प्रभाव इन्हें राजनीति की ओर लेकर जाता है और इनके प्रति दूसरों में आकर्षण विकसित करता है। अध्ययन में रूचि अधिक और किताबों से विशेष लगाव आपकी पहचान होगी। सदैव ही अपने आस-पास की घटनाओं के बारे में जागरूक और व्यापार करने की समझ इनकी महान विशेषता है। ये लोग दूसरों का दिमाग पढ़ लेते हैं इसलिए इन्हें बहुत सरलता से बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता। दूसरों से काम निकलवाने में कलाकार होते हैं इस नक्षत्र में जन्मे लोग अपने निजी स्वार्थ को पूरा करने के लिए नैतिकता को भी छोड़ देते हैं।

7-  पुनर्वसु नक्षत्र 

इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति के भीतर दैवीय शक्तियां होती हैं। पुनर्वसु नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति बेहद मिलन सार, दूसरों से प्रेमपूर्वक व्यवहार रखने वाले होते हैं। इनका शरीर काफी भारी और याद्दाश्त बहुत मजबूत होती है। ये लोग काफी मिलनसार और प्रेम भावना से ओत-प्रोत होते हैं। आप कह सकते हैं कि जब भी इन पर कोई विपत्ति आती है तो कोई अदृश्य शक्ति इनकी सहायता करने अवश्य आती है। ये लोग काफी धनी भी होते हैं। आपके गुप्त शत्रुओं की संख्या अधिक होती है।

8-  पुष्य नक्षत्र 

ज्योतिषशास्त्र के अंतर्गत शनिदेव के प्रभाव वाले पुष्य नक्षत्र को सबसे शुभ माना गया है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग दूसरों की भलाई के लिए सदैव तैयार रहते हैं और इनके भीतर सेवा भावना भी बहुत प्रबल होती है। इन्हें नित नए काम करने की प्रवृत्ति होती है और नए काम की खोज, परिवर्तन और अधिक परिश्रम इनकी विशेषता है। ये बहुत परिश्रमी होते हैं और अपनी मेहनत के बल पर धीरे-धीरे ही सही तरक्की हासिल कर ही लेते हैं। ये लोग कम उम्र में ही कई कठिनाइयों का सामना कर लेते हैं इसलिए ये जल्दी परिपक्व भी हो जाते हैं। चंचल मन वाले ये लोग विपरीत लिंग के प्रति विशेष आकर्षण भी रखते हैं। इन्हें संयमित और व्यवस्थित जीवन जीना पसंद होता है।

9-  अश्लेषा नक्षत्र 

यह नक्षत्र विषैला होता है और इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों के भीतर भी विष की थोड़ी बहुत मात्रा पाई जाती है। स्वामी चन्द्रमा के होने के कारण ऐसे जातक उच्च श्रेणी के डॉक्टर, वैज्ञानिक या अनुसंधानकर्ता भी होते हैं। अश्लेषा नक्षत्र में जन्मे व्यक्तियों का प्राकृतिक गुण सांसारिक उन्नति में प्रयत्नशीलता, लज्जा व सौदर्योपासना है। इस नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति की आँखों एवं वचनों में विशेष आकर्षण होता है। ये लोग कुशल व्यवसायी साबित होते हैं और दूसरों का मन पढ़कर उनसे अपना काम निकलवा सकते हैं। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोगों को अपने भाइयों का पूरा सहयोग मिलता है। चन्द्रमा के औषधिपति होने के कारण इस नक्षत्र में जन्मे जातक बहुत चतुर बुद्धि के होते हैं।

10-  मघा नक्षत्र  

इस नक्षत्र को गण्डमूल नक्षत्र की श्रेणी में रखा गया है। सूर्य के स्वामित्व के कारण ये लोग काफी ज्यादा प्रभावी बन जाते हैं। इनके भीतर ईश्वरीय आस्था बहुत अधिक होती है। इनके भीतर स्वाभिमान की भावना प्रबल होती है और बहुत ही जल्दी इनका दबदबा भी कायम हो जाता है। ये कर्मठ होते हैं और किसी भी काम को जल्दी से जल्दी पूरा करने की कोशिश करते हैं। ये ठिगने कद के साथ सुदृढ वक्षस्थल, मजबूत जंघा, वाणी थोड़ी कर्कश एवं थोड़ी मोटी गर्दन के होते हैं। इनकी आँखें विशेष चमक लिए हुए, चेहरा शेर के समान भरा हुआ एवं रौबीला होता है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति प्रायः अपने पौरुष और पुरुषार्थ के प्रदर्शन के लिए सदा ललायित रहते हैं।


11-  पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र 

यदि आपका जन्म पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में हुआ है तो आप ऐसे भाग्यशाली व्यक्ति हैं जो समाज में सम्माननीय हैं और जिनका अनुसरण हर कोई करना चाहता है। परिवार में  भी आप एक मुखिया की भूमिका में रहते हैं। ऐसे लोगों को संगीत और कला की विशेष समझ होती है जो बचपन से ही दिखाई देने लगती है। ये लोग नैतिकता और ईमानदारी के रास्ते पर चलकर ही अपना जीवन व्यतीत करते हैं। शांति पसंद होने की वजह से किसी भी तरह के विवाद या लड़ाई-झगड़े में पड़ना पसंद नहीं करते। इनके पास धन की मात्रा अच्छी खासी होती है जिसकी वजह से ये भौतिक सुखों का आनंद उठाते हैं। ये लोग अहंकारी प्रवृत्ति के होते हैं।

12-  उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र 

इस नक्षत्र में जन्मा जातक दूसरों के इशारों पर चलना पसंद नहीं करते और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए भरपूर प्रयास करते हैं। इस नक्षत्र में जन्मे लोग समझदार, बुद्धिमान, युद्ध विद्या में निपुण, लड़ाकू एवं साहसी होते हैं। आप देश और समाज में अपने रौबीले व्यक्तित्व के कारण पहचाने जाते हैं। ये दूसरों का अनुसरण नहीं करते अपितु लोग उनका अनुसरण करते हैं। आप में नेतृत्व के गुण जन्म से ही होते हैं अतः आप अपना कार्य करने में खुद ही सक्षम होते हैं। सरकारी क्षेत्र में इनको सफ़लत मिलती है। ये लोग एक काम को करने में काफी समय लगा देते हैं। अपने हर संबंध को ये लोग लंबे समय तक निभाते हैं।

13-  हस्त नक्षत्र 

यदि आपका जन्म हस्त नक्षत्र में हुआ है तो आप संसार को जीतने और उस पर शासन करने का पूरा पूरा सामर्थ्य एवं शक्ति रखते है। ये लोग बौद्धिक, मददगार, निर्णय लेने में अक्षम, कुशल व्यवसायिक गुणों वाले और दूसरों से अपना काम निकालने में गुरु माने जाते हैं। इन्हें हर प्रकार की सुख-सुविधाएं मिलती हैं और इनका जीवन आनंद में व्यतीत होता है। दृढ़ता और विचारों की स्थिरता इनको आम आदमी से भिन्नता और श्रेष्ठता प्रदान करती है। ये लोग अपने ज्ञान और समृद्धि के कारण जाने जाते हैं

14-  चित्रा नक्षत्र 

इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों के स्वभाव में आपको मंगल ग्रह का प्रभाव दिखाई दे सकता है। ये लोग आकर्षक व्यक्तित्व वाले एवं शारीरिक रूप से संतुलित मनमोहक एवं सुन्दर आँखों वाले, साज-सज्जा को पसंद करने वाले और नित नए आभूषण एवं वस्त्र खरीदने वाले होते हैं। हर किसी के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने का प्रयास करते हैं, इन्हें आप सामाजिक हितों के लिए कार्य करते हुए भी देख सकते हैं। ये लोग विपरीत परिस्थिति से बिल्कुल नहीं घबराते और खुलकर कष्टों का सामना करते हैं। परिश्रम और हिम्मत ही इनका बल है।

15-  स्वाति नक्षत्र 

इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक मोती के समान चमकते हैं अर्थात इनका स्वभाव और आचरण स्वच्छ होता है। ये लोग सात्विक और तामसिक दोनों ही प्रवृत्ति वाले होते हैं। एक आकर्षक चेहरे और आकर्षक व्यक्तित्व के स्वामी होते हैं। आपका शरीर भीड़ से अलग सुडौल एवं भरा हुआ होता है। आप जैसा सोचते हैं वैसा करते हैं और दिखावा पसंद नहीं करते है। आप एक स्वतंत्र आत्मा के स्वामी हैं जिसको किसी के भी आदेश का पालन करना बिलकुल पसंद नहीं। ये लोग राजनीतिक दांव-पेंचों को अच्छी तरह समझते हैं और अपने प्रतिद्वंदियों पर हमेशा जीत हासिल करते हैं।

16-  विशाखा नक्षत्र 

यदि आपका जन्म विशाखा नक्षत्र में हुआ है तो आप शारीरिक श्रम के स्थान पर मानसिक कार्यों को अधिक मानते हैं। शारीरिक श्रम करने से आपका भाग्योदय नहीं होता। मानसिक रूप से आप सक्षम व्यक्ति है और कठिन से कठिन कार्य को भी अपनी सूझ-बूझ कर लेते हैं। पठन-पाठन के कार्यों में उत्तम साबित होते हैं। ये लोग शारीरिक श्रम तो नहीं कर पाते लेकिन अपनी बुद्धि के प्रयोग से सभी को पराजित करते हैं। स्वभाव से ईर्ष्यालु परन्तु बोल चाल से अपना काम निकालने का गुण इनमें स्वाभाविक होता है। सामाजिक होने से इनका सामाजिक क्षेत्र भी बहुत विस्तृत होता है। ये लोग महत्वाकांक्षी होते हैं और अपनी हर महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए बहुत परिश्रम करते हैं।

17-  अनुराधा नक्षत्र 

इस नक्षत्र में जन्मे लोग अपने आदर्शों और सिद्धांतों पर जीते हैं। इनका अधिकांश जीवन विदेशों में बीतता है और विदेशों में रहकर ये धन और समाज में मान सम्मान दोनों कमाते है। ये लोग अपने गुस्से को नियंत्रित नहीं कर पाते इस कारण इन्हें कई बार बड़ी हानि उठानी पड़ती हैं। ये लोग अपने दिमाग से ज्यादा दिल से काम लेते हैं और अपनी भावनाओं को छिपाकर नहीं रख पाते। ये लोग वाणी से थोड़े कड़वे होते हैं जिस कारण लोग इन्हें ज्यादा पसंद नहीं करते। आप बहुत साहसी एवं कर्मठ व्यक्तित्व के स्वामी हैं।

18-  ज्येष्ठ नक्षत्र 

गण्डमूल नक्षत्र की श्रेणी में होने से यह भी अशुभ नक्षत्र ही माना जाता है। आप दृढ़ निश्चयी और मज़बूत व्यक्तित्व के स्वामी हैं। आप नियम से जीवन व्यतीत करना पसंद करते हैं। आप शारीरिक रूप से गठीले और मज़बूत होते हैं तथा कार्य करने में सैनिकों के समान फुर्तीले होते हैं। आपकी दिनचर्या सैनिकों की तरह अनुशासित और सुव्यवस्थित होती है। खुली मानसिकता वाले ये लोग सीमाओं में बंधकर अपना जीवन नहीं जी पाते। ये लोग उग्र होते हैं और छोटी-छोटी बातों पर लड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं। किसी के बारे में आपके विचार शीघ्र नहीं बदलते और दूसरों को आप हठी प्रतीत होते हैं।

19-  मूल नक्षत्र 

यदि आपका जन्म मूल नक्षत्र में हुआ है तो आपका जीवन सुख समृद्धि के साथ बीतेगा। धन की कमी न होने के कारण ऐश्वर्य पूर्ण जीवन जीते हैं। आप अपने कार्यों द्वारा अपने परिवार का मान और सम्मान बढ़ाएंगे। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों के परिवार को इनके दोष का भी सामना करना पड़ता है लेकिन इनकी कई विशेषताएं हैं जैसे कि इनका बुद्धिमान होना, इनकी वफादारी, सामाजिक रूप, परिपक्वता आदि। इन्हें आप विद्वानों की श्रेणी में रख सकते हैं। ये कोमल हृदयी परन्तु अस्थिर दिमाग के व्यक्ति होते हैं। कभी आप बहुत दयालु और कभी अत्यधिक घाटा देने वाले होते है

20-  पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र 

पूर्वाषाढ़ा में जन्म लेने वाला जातक थोडा नकचढ़ा और उग्र स्वभाव का होने के साथ कोमल हृदयी और परायों से स्नेह रखने वाला होता है। ये लोग ईमानदार, प्रसन्नचित, कला, सहित्य और अभिनय प्रेमी, अच्छा दोस्त और आदर्श जीवनसाथी होते हैं। जीवन में सकारत्मक विचारधारा से अपने लक्ष्य को प्राप्त करते हैं। आपका व्यक्तित्व दूसरों पर हावी रहता है किन्तु ये एक संवेदनशील व्यक्ति होते हैं जो दूसरों की मदद के लिए सदैव तैयार रहते है। इन्हें अधिक प्रेम व सम्मान मिलता है परन्तु अपनी चंचल बुद्धि के कारण आप अधिक वफादार नहीं होते हैं और कभी-कभी अनैतिक कार्यों में भी लिप्त हो जाते हैं।

21-  उत्तराषाढ़ा नक्षत्र 

उत्तराषाढ़ा में जन्मा जातक ऊँचे कद, गठीले शारीर , चमकदार आँखे , चौड़ा माथा और गौर वर्ण के साथ लालिमा लिए हुए होते हैं। सफल एवं स्वतंत्र व्यक्ति, मृदुभाषी और सभी से प्रेम पूर्वक व्यवहार आप में स्वाभाविक हैं। ईश्वर में आस्था, जीवन में प्रसन्नता और मैत्री, आगे बढ़ने में विश्वास आदि आपकी विशेषता है। विवाह उपरान्त जीवन में अधिक सफलता एवं प्रसन्नता होती है। ये लोग आशावादी और प्रसन्नचित स्वभाव के होते हैं। नौकरी और व्यवसाय दोनों ही में सफलता प्राप्त करते हैं। ये लोग अधिकतम धनी भी होते हैं।

22-  श्रवण नक्षत्र 

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, माता-पिता के लिए अपना सर्वस्व त्यागने वाले श्रवण कुमार के नाम पर ही इस नक्षत्र का नाम पड़ा है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोगों में कई विशेषताएं होती हैं जैसे कि इनका ईमानदार होना, इनकी समझदारी, कर्तव्य परायणता, एक स्थिर सोच, निश्छलता और पवित्र व्यक्ति होते हैं। ये लोग मध्यम कद काठी परन्तु प्रभावी और आकर्षक व्यक्तित्व के स्वामी है। आजीवन ज्ञान प्राप्त करने की लालसा और समाज के बुद्धिजीवियों में आप की गिनती होती है। ये लोग जिस भी कार्य में हाथ डालते हैं उसमें सफलता हासिल करते हैं। ये लोग कभी अनावश्यक खर्च नहीं करते, जिस कारण से लोग इन्हें कंजूस भी समझ बैठते हैं। आप दूसरों के प्रति बहुत अधिक स्नेह की भावना रखते हैं इसलिए औरों से भी उतना ही स्नेह व सम्मान प्राप्त करते हैं।

23-  धनिष्ठा नक्षत्र 

धनिष्ठा नक्षत्र में जन्मा जातक सभी गुणों से समृद्ध होकर जीवन में सम्मान और प्रतिष्ठा पाता है। ये लोग काफी उर्जावान होते हैं और उन्हें खाली बैठना बिल्कुल पसंद नहीं होता। ये स्वभाव से बहुत ही नरम दिल एवं संवेदनशील व्यक्ति होते हैं। दान और आध्यत्म होते हैं। आपका रवैया अपने प्रियजनों के प्रति बहुत सुरक्षात्मक होता है किन्तु फिर भी आप दूसरों के लिए जिद्दी और गुस्सैल ही रहते हैं। ये लोग अपनी मेहनत और लगन के दम पर अपना लक्ष प्राप्त कर ही लेते हैं। इन्हें किसी और को अपने नियंत्रण में रखना अच्छा लगता है और ये अधिकार भावना भी रखते हैं। इन्हें शांतिपूर्ण तरीके से अपना जीवन जीना पसंद है

24-  शतभिषा नक्षत्र

शतभिषा नक्षत्र में जन्मा जातक बहुत साहसी एवं मजबूत विचारों वाला होता है। शारीरिक श्रम न करके हर समय अपनी बुद्धि का परिचय देते हैं। इस नक्षत्र में जन्में लोग स्वच्छंद विचारधारा के होते है तो साझेदारी की अपेक्षा स्वतंत्र रूप से कार्य करना पसंद करते हैं। ये लोग अत्यधिक सामर्थ्य, स्थिर बुद्धि और उन्मुक्त विचारधारा के होते हैं और मशीनी रूप से जीवन जीना इन्हें बिलकुल सहन नहीं होता। ये अपने शत्रुओं पर हमेशा हावी रहते हैं। समृद्धशाली होने के कारण अपने आस-पास के लोगों से सम्मान प्राप्त होता है

25-  पूर्वाभाद्रपद

गुरु ग्रह के स्वामित्व वाले इस नक्षत्र में जन्में जातक सत्य और नैतिक नियमों का पालन करने वाले होते हैं। साहसी, दूसरों की मदद करने वाले, मिलनसार, मानवता में विश्वास रखने वाले, व्यवहार कुशल, दयालु और नेक दिल होने के साथ-साथ खुले विचारों वाले होते हैं। ये लोग आध्यात्मिक प्रवृत्ति के साथ-साथ ज्योतिष के भी अच्छे जानकार कहे जाते हैं। और ये लोग अपने आदर्शो और सिद्धांतों पर ही आजीवन चलना पसंद करते हैं

26-  उत्तराभाद्रपद

इस नक्षत्र में जन्में लोग हवाई महल या कल्पनिक संसार में विश्वास नहीं करते। ये लोग बहुत यथार्थवादी और सत्य को समझने वाले होते हैं। व्यापार हो या नौकरी, इनका परिश्रम इन्हें हर स्थान पर सफलता प्राप्त करवाता है। त्याग भावना, स्वभाव से एक दयालु धार्मिक होने के साथ-साथ वैरागी भी होते हैं। समाज में एक धार्मिक नेता, प्रसिद्द शास्त्र विद एवं मानव प्रेमी के रूप में प्रख्यात होते है। कोमल हृदयी हैं एवं दूसरों के साथ सदैव सद्भावना के साथ-साथ दुर्व्यवहार करने वाले को क्षमा और दिल में किसी के प्रति कोई द्वेष नहीं रखते।

27-  रेवती नक्षत्र

रेवती नक्षत्र में जन्मे जातक निश्चल प्रकृति के होते है। वो साहसिक कार्य और पुरुषार्थ प्रदर्शन की आपको ललक सदा ही रहती है। वो माध्यम कद गौर वर्ण के होते है। इनके व्यक्तित्व में संरक्षण, पोषण और प्रदर्शन प्रमुख है। परंपराओं और मान्यताओं को लेकर ये लोग रूढ़िवादी होने के बाद भी अपने व्यवहार में लचीलापन रखते हैं। इनकी शिक्षा का स्तर बहुत ऊंचा होता है और अपनी सूझबूझ से ये बहुत सी कठिनाइयों का हल स्वमं कर लेते हैं
इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ें और पढ़ कर इस ज्ञान को अपने तक ही ना रखें इसे अधिक से अधिक शेयर करें ताकि यह ज्ञान सब तक पहुंच सके क्योंकि ज्ञान का दान सर्वाधिक महत्वपूर्ण एवं लाभकारी है

✍आचार्य जे पी सिंह
ज्योतिष, वास्तु विशेषज्ञ एवं एस्ट्रो मेडिकल स्पेशलिस्ट       
www.astrojp.com, 
www.astrojpsingh.com
Mob .9811558158

Significance of Nakshatra

 The description of 27 constellations has been given in astrology.  In mythology, they have been described as the daughters of Daksh Prajapati.  According to Nakshatra and Rashi, a person's nature, qualities-religion, lifestyle are linked to the Nakshatra of birth.  It is true that the Nakshatra in which a man is born definitely exerts its influence on his nature and future life.  All these Nakshatras are as important as they have an impact on personal life as well.  Details of 27 Nakshatras considered important in the calculations of Indian Vedic astrology have been given.

 In ancient times, the scholars of astrology divided the zodiac signs into 12 parts and the sky into 27 constellations for easy understanding.  These Nakshatras are calculated for their important contribution in astrology.  In Vedic astrology, a Nakshatra is considered to be a star.  All Nakshatras are divided into 4 padas or intervals of 3 degrees and 20 minutes.  The nine planets of the sky system have the ownership of 27 constellations, that is, each planet has the ownership of three constellations.  Thus there are 9 positions in each sign.
 Moon's union with constellations is called 'Nakshatra Yoga' and astrology is called 'Nakshatra Vidya'.  Indian Vedic astrology describes the principle of Nakshatra.  The principles of Nakshatra are more claimant and infallible than other popular astrology methods.

 The Moon completes one revolution of the Earth in 27.3 days.  The combination through which the Moon transits in the middle of the main star groups in a monthly cycle is called Nakshatra.  27 different star-groups are formed by the Moon in one orbit of the Earth and the divided group of these stars is called Nakshatra or Constellation.  Each Nakshatra is representative of a particular constellation or a group of stars.

 How are all the constellations named from 0 degree to 360 degree.  What are the characteristics of 27 constellations and their effect on the qualities and nature of the natives?  Today we will tell you about this.

 The nine planets and 27 Nakshatras that influence our life and personality, which walk with us from the time we are born and try to mold us, Vedic astrology has been studying about them from many dimensions.  According to these studies, every constellation says something.

 27 Nakshatras and their effect on the personality of the native

 The description of 27 constellations has been given in astrology.  In mythology, they have been described as the daughters of Daksh Prajapati.  According to Nakshatra and Rashi, a person's nature, qualities-religion, lifestyle are linked to the Nakshatra of birth.  It is true that the Nakshatra in which a man is born definitely exerts its influence on his nature and future life.  All these Nakshatras are as important as they have an impact on personal life as well.  Details of 27 Nakshatras considered important in the calculations of Indian Vedic astrology have been given.

 In ancient times, the scholars of astrology divided the zodiac signs into 12 parts and the sky into 27 constellations for easy understanding.  These Nakshatras are calculated for their important contribution in astrology.  In Vedic astrology, a Nakshatra is considered to be a star.  All Nakshatras are divided into 4 padas or intervals of 3 degrees and 20 minutes.  The nine planets of the sky system have the ownership of 27 constellations, that is, each planet has the ownership of three constellations.  Thus there are 9 positions in each sign.
 Moon's union with constellations is called 'Nakshatra Yoga' and astrology is called 'Nakshatra Vidya'.  Indian Vedic astrology describes the principle of Nakshatra.  The principles of Nakshatra are more claimant and infallible than other popular astrology methods.

 The Moon completes one revolution of the Earth in 27.3 days.  The combination through which the Moon transits in the middle of the main star groups in a monthly cycle is called Nakshatra.  27 different star-groups are formed by the Moon in one orbit of the Earth and the divided group of these stars is called Nakshatra or Constellation.  Each Nakshatra is representative of a particular constellation or a group of stars.

 How are all the constellations named from 0 degree to 360 degree.  What are the characteristics of 27 constellations and their effect on the qualities and nature of the natives?  Today we will tell you about this.

 1- Ashwini Nakshatra

 Ashwini Nakshatra has been considered the most prominent and first in astrology.  The people born in Ashwini Nakshatra are generally handsome, clever, fortunate and independent-minded and famous among friends for modern thinking.  A person born in this Nakshatra is very energetic as well as always active.  Their ambitions do not allow them to be satisfied.  These people are very loving to all, do not like interference, are of mysterious nature.  These people prove to be a good life partner and an ideal friend.

 2- Bharani Nakshatra

 Venus is the lord of this Nakshatra, due to which the people born in this Nakshatra are determined, clever, always tell the truth, love comfort and lead a luxurious life.  These people are very attractive and beautiful, their nature attracts people.  They will have many friends and are also very popular among friends.  Love is paramount in their life and they sit peacefully only after completing whatever they decide.  Their social prestige and respect always remains.

 3- Kritika Nakshatra

 The person born in this Nakshatra is influenced by the Sun, due to which these people are proud of themselves.  The person born in this Nakshatra has a beautiful and attractive image.  They are not only beautiful but also virtuous.  Neither do they believe in such a thing as love at first sight, nor do they trust anyone very quickly.  The personality of these people is vigorous and mighty like a king.  They are the masters of bright and sharp intelligence, self-respecting, short-tempered and very enthusiastic.  Whatever work these people take in their hands, they complete it with full dedication and hard work.

 4- Rohini Nakshatra

 Moon is the ruling lord of Rohini Nakshatra and due to the influence of Moon these people are very imaginative and playful.  These people are of very fickle nature and they do not like stability.  The biggest drawback of these people is that they never stick to the same issue or opinion.  These people always keep finding faults in others.  They are fond of discussing the faults of others.  These people are very sociable by nature but at the same time they try to get all the comforts of life.  Special attraction can be seen in them towards the people of the opposite sex.  They are physically weak, so even the slightest change in the environment often afflicts you.

 5- Mrigashira Nakshatra

 Due to the effect of Mars on the natives of this Nakshatra, these people are very courageous by nature, determined, clever and fickle, more interested in studies, obedient to their parents and always wear neat and attractive clothes.  These people believe in living a sustainable life and do everything with hard work.  Their personality is very attractive and they are always alert.  If a person cheats with them, then at any cost, they accept him only after teaching him a lesson.  Along with being intelligent, they are mentally strong.  They like music and enjoy worldly pleasures.

 6- Ardra Nakshatra

 People born in this Nakshatra are influenced by Mercury and Rahu throughout their life.  Rahu's influence takes them towards politics and develops attraction towards them in others.  More interest in studies and special attachment to books will be your identity.  Always aware of the happenings around him and understanding of doing business is his great specialty.  These people can read the minds of others, so they cannot be fooled very easily.  There are artists in getting work done from others, people born in this constellation leave morality to fulfill their personal interest.

 7- Punarvasu Nakshatra

 A person born in this Nakshatra has divine powers within him.  People born in Punarvasu Nakshatra are very sociable and loving towards others.  Their body is very heavy and their memory is very strong.  These people are very friendly and full of love.  You can say that whenever any calamity befalls them, some invisible power definitely comes to help them.  These people are also very rich.  The number of your secret enemies is more.

 8- Pushya Nakshatra

 Under the influence of Shani Dev, Pushya Nakshatra is considered the most auspicious in astrology.  People born in this Nakshatra are always ready for the welfare of others and the spirit of service is also very strong within them.  They have a tendency to do new things everyday and are characterized by innovation, change and hard work.  They are very hardworking and on the strength of their hard work, they achieve the right progress slowly.  These people face many difficulties at an early age, so they also mature quickly.  These fickle minded people also have a special attraction towards the opposite sex.  They like to live a restrained and orderly life.

 9- Ashlesha Nakshatra

 This Nakshatra is poisonous and a small amount of poison is also found within the people born in this Nakshatra.  Due to the Moon being the lord, such people are also high class doctors, scientists or researchers.  The natural qualities of people born in Ashlesha Nakshatra are striving for worldly progress, shyness and love of beauty.  There is special attraction in the eyes and words of a person born in this constellation.  These people prove to be skilled businessmen and can get their work done by reading the minds of others.  People born in this Nakshatra get full support of their brothers.  The people born in this Nakshatra are very intelligent because of Moon being the medicine man.

 10- Magha Nakshatra

 This Nakshatra has been kept in the category of Gandmool Nakshatra.  Due to the ownership of the Sun, these people become very effective.  There is a lot of divine faith within them.  The feeling of self-respect prevails within them and very soon their dominance is also established.  They are hardworking and try to complete any work as soon as possible.  They are short in stature with strong chest, strong thigh, voice a bit hoarse and a thick neck.  Their eyes have a special shine, their face is full and rosy like a lion.  People born in this Nakshatra are always eager to show their virility and effort.


 11- Poorva Phalguni Nakshatra

 If you are born in Poorva Phalguni Nakshatra then you are such a lucky person who is respected in the society and whom everyone wants to follow.  Even in the family, you remain in the role of a head.  Such people have a special understanding of music and art, which becomes visible from childhood.  These people lead their life by following the path of morality and honesty.  Being a peace-loving person, he does not like to get involved in any kind of dispute or fight.  They have a good amount of money due to which they enjoy materialistic pleasures.  These people are of egoistic nature.

 12- Uttara Phalguni Nakshatra

 The people born in this Nakshatra do not like to follow the instructions of others and try hard to achieve their goal.  People born in this Nakshatra are sensible, intelligent, expert in warfare, fighter and courageous.  You are recognized in the country and society because of your strong personality.  They do not follow others but people follow them.  You have leadership qualities since birth, so you are capable of doing your work on your own.  They get success in the government sector.  These people take a long time to do one thing.  These people maintain their every relation for a long time.

 13- Hasta Nakshatra

 If you are born in Hasta Nakshatra, then you have full potential and power to conquer and rule the world.  These people are considered to be intellectual, helpful, indecisive, skilled in business qualities and masters in getting their work done from others.  They get all kinds of comforts and their life is spent in bliss.  Firmness and stability of thoughts gives them difference and superiority from the common man.  These people are known for their knowledge and prosperity

 14- Chitra Nakshatra

 You can see the influence of Mars in the nature of the people born in this Nakshatra.  These people have attractive personality and physically balanced, have attractive and beautiful eyes, like decorations and buy new jewelery and clothes daily.  Try to maintain good relations with everyone, you can also see them working for social interests.  These people do not panic at all from the adverse situation and openly face the difficulties.  Hard work and courage are their strength.

  15- Swati Nakshatra

  The people born in this constellation shine like pearls, that is, their nature and conduct are clean.  These people have both satvik and tamasik tendencies.  They have an attractive face and attractive personality.  Your body is curvy and full, different from the crowd.  You do what you think and do not like to show off.  You are the master of an independent spirit who absolutely does not like to follow anyone's orders.  These people understand political tricks very well and always win over their rivals.

  16- Visakha Nakshatra

  If you are born in Visakha Nakshatra, then you consider mental work more than physical labor.  Doing manual labor does not bring you luck.  Mentally, you are a capable person and you can handle even the most difficult tasks with your understanding.  Proves to be excellent in the works of reading.  These people are not able to do physical labor but they defeat everyone by using their intelligence.  Jealous by nature, but the quality of getting their work done through speech is natural in them.  Being social, their social area is also very wide.  These people are ambitious and work very hard to fulfill their every ambition.

  17- Anuradha Nakshatra

  People born in this Nakshatra live by their ideals and principles.  Most of their life is spent in foreign countries and by living abroad they earn both money and respect in the society.  These people are unable to control their anger, due to which they have to suffer big losses many times.  These people work with their heart more than their brain and cannot keep their feelings hidden.  These people are a bit bitter in their speech due to which people do not like them much.  You are the owner of a very courageous and hardworking personality.

  18- Jyeshtha Nakshatra

  Being in the category of Gandamool Nakshatra, it is also considered as an inauspicious Nakshatra.  You are the owner of a determined and strong personality.  You like to live by the rules.  You are physically muscular and strong and are agile in action like soldiers.  Your daily routine is disciplined and well organized like a soldier.  These open minded people are not able to live their life by being bound by the boundaries.  These people are fierce and get ready to fight on small things.  You do not change your views about anyone easily and you appear stubborn to others.

  19- Native Nakshatra

  If you are born in Mool Nakshatra, then your life will be spent with happiness and prosperity.  Aishwarya lives a life full of opulence as there is no dearth of money.  You will increase the honor and respect of your family by your actions.  The family of the people born in this Nakshatra also have to face their faults but they have many characteristics like being intelligent, their loyalty, social nature, maturity etc.  You can keep them in the category of scholars.  They are soft hearted but unstable minded people.  Sometimes you are very kind and sometimes you are very harmful

  20- Poorvashada Nakshatra

  The person born in Purvashadha is a bit picky and fierce in nature, but with a soft heart and affection for strangers.  These people are honest, happy, art, literature and acting lover, good friend and ideal life partner.  Achieve your goals in life with positive thinking.  Your personality dominates others but he is a sensitive person who is always ready to help others.  They get more love and respect, but due to your fickle mind, you are not very loyal and sometimes indulge in immoral activities.

  21- Uttarashada Nakshatra

  The person born in Uttarashada is of high stature, muscular body, bright eyes, broad forehead and fair complexion with redness.  It is natural for you to be a successful and independent person, soft-spoken and loving to everyone.  Your specialty is faith in God, happiness and friendship in life, faith in moving forward etc.  There is more success and happiness in life after marriage.  These people are optimistic and happy in nature.  Achieve success in both job and business.  These people are also the richest.

  22- Shravan Nakshatra

  According to astrology, this Nakshatra is named after Shravan Kumar, who gave up everything for his parents.  People born in this Nakshatra have many characteristics such as being honest, understanding, dutiful, a stable mind, impeccable and pious.  These people are owners of medium height but effective and attractive personality.  Longing for lifelong knowledge and you are counted among the intellectuals of the society.  These people achieve success in whatever work they put their hands into.  These people never spend unnecessarily, due to which people consider them as stingy.  You have a lot of affection towards others, so you get the same affection and respect from others.

  23- Dhanishtha Nakshatra

  A person born in Dhanishta Nakshatra gets respect and prestige in life by being enriched with all the qualities.  These people are very energetic and they do not like to sit idle.  They are very soft hearted and sensitive people by nature.  There is charity and spirituality.  Your attitude is very protective towards your loved ones but still you remain stubborn and short tempered towards others.  These people achieve their goal on the basis of their hard work and dedication.  They like to keep someone else under their control and they also have a sense of possessiveness.  They like to live their life in a peaceful way

  24- Shatabhisha Nakshatra

  The person born in Shatabhisha Nakshatra is very courageous and strong minded.  By not doing physical labor, they show their intelligence all the time.  People born in this Nakshatra are free-spirited and prefer to work independently rather than in partnership.  These people are of great strength, stable intellect and open mindedness and they cannot bear to live life mechanically.  They always dominate their enemies.  being rich earns respect from those around you

  25- Purvabhadrapada

  The people born in this Nakshatra, owned by the planet Jupiter, are the ones who follow the truth and moral rules.  Courageous, helping others, sociable, believing in humanity, tactful, kind and noble hearted as well as open minded.  These people are said to be good connoisseurs of astrology as well as spiritual tendency.  And these people like to follow their ideals and principles for the rest of their lives.

  26- Uttarabhadrapada

  People born in this Nakshatra do not believe in air palaces or imaginary worlds.  These people are very realistic and understand the truth.  Be it business or job, their hard work makes them achieve success everywhere.  Sacrifice spirit, being a compassionate religious person by nature as well as recluse.  He is famous in the society as a religious leader, famous scholar and human lover.  He is soft hearted and always has goodwill towards others as well as forgives the misbehavior and does not keep any malice towards anyone in his heart.

  27- Revati Nakshatra

  The people born in Revati Nakshatra are of fixed nature.  You always have that yearning for adventure and effort.  They are of medium height and fair complexion.  Protection, nurturing and performance are prominent in their personality.  Despite being conservative regarding traditions and beliefs, these people have flexibility in their behavior.  Their level of education is very high and with their intelligence they solve many problems on their own.
  Read this article carefully and do not keep this knowledge to yourself after reading, share it as much as possible so that this knowledge can reach everyone because the donation of knowledge is most important and beneficial.

  ✍ Acharya JP Singh
  Astrology, Vastu Specialist & Astro Medical Specialist
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