What kind of furniture from Vastu point of view Is it good for home ?


वास्तु की दृष्टि से कैसा फर्नीचर
घर के लिए शुभ होता है ?

जैसा कि सभी इस बात से परिचित है कि व्यक्ति के जीवन में वास्तु शास्त्र का कितना महत्व माना गया है। वास्तु दोष के कारण व्यक्ति को न जाने जीवन में कितनी समस्याओं का सामना करना पड़ता है लेकिन क्या इस बीच आप ये जानते हैं कि घर का फर्नीचर भी वास्तुदोष पैदा करता है। और घर की आर्थिक समस्याओं को बढ़ावा देता है। अगर नहीं, तो आपको बता दें कि घर में रखा फर्नीचर भी व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव डालता है। घर में यदि यह ध्यान न रखा जाए कि कौन सा फर्नीचर किस स्थान पर और किस तरह का रखना है तो यह आपके घर की शांति और आर्थिक स्थिति पर बुरा प्रभाव डालता है। तो इसी के चलते आज हम आपको फर्नीचर कैसा और किस दिशा में होना चाहिए के बारे में बताने जा रहे हैं,

कुछ लोग घर पर भारी फर्नीचर रखना पसंद करते हैं। वास्तु के हिसाब भारी फर्नीचर को सदा दक्षिण और पश्चिम दिशा में रखना चाहिए।

फर्नीचर हम सबके घर का अहम हिस्सा है। यदि घर पर फर्नीचर ना हो तो घर कुछ अधूरा सा मालूम पड़ता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कौन सा फर्नीचर घर के लिए शुभ माना जाता है? जी हां, वास्तु शास्त्र में इस बारे में विस्तार से बताया गया है। वास्तु शास्त्र की मानें तो लकड़ी से बनी चीजों को घर पर सही जगह पर रखना जरूरी होता है। ऐसा करने से घर में शांति बनी रहती है और परिवार में समृद्धि आने की मान्यता है। माना जाता है कि यदि घर पर लकड़ी से बनी चीजों को सही जगह पर रखा गया हो तो परिवार के लोगों की सेहत अच्छी रहती है। इससे घर के सदस्यों में सकारात्मकता बने रहने की भी मान्यता है।
कहा जाता है कि लकड़ी के फर्नीचर को घर की दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें। या फिर, फर्नीचर को पूर्व अथवा दक्षिण दिशा में भी रख सकते हैं। मालूम हो कि मंगलवार, शनिवार और अमावस्या के दिन फर्नीचर खरीदने के लिए मना किया गया है। इसके साथ ही फर्नीचर की लकड़ी किसी सकारात्मक वृक्ष की होनी चाहिए। शीशम, चंदन, सागवान, अर्जुन या नीम के पेड़ को इसके लिए शुभ माना गया है। मान्यता है कि इन पेड़ों की लकड़ियों से बनी फर्नीचर घर में सकारात्मकता लाती है।

कुछ लोग घर पर भारी फर्नीचर रखना पसंद करते हैं। वास्तु के हिसाब भारी फर्नीचर को सदा दक्षिण और पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि इस बात का पालन ना करने से घर के लोगों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर में सदैव लकड़ी से जुड़ा कार्य दक्षिण या पूर्व दिशा से आरंभ करना चाहिए। और इसे उत्तर या पूर्व दिशा में समाप्त करना चाहिए। मालूम हो कि फर्नीचर बनाने के लिए लकड़ी को सदा घर की उत्तर या पूर्व दिशा में रखने के लिए कहा गया है।

वास्तु की दृष्टि से किन पेड़ों की लकड़ी का प्रयोग फर्नीचर बनाने में करना चाहिए ?

वास्तु शास्त्र में घर में मौजूद हर चीज को व्यक्ति के जीवन से जोड़कर देखा गया है। इन्हीं में से एक है घर का फर्नीचर। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में मौजूद फर्नीचर घर के लोगों की सफलता पर गहरा प्रभाव डालता है। फर्नीचर किस दिशा में होना चाहिए ये तो मायने रखता ही है लेकिन फर्नीचर किस लड़की से बना हो इसका भी अत्यंत महत्व है।

घर में फर्नीचर लाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि फर्नीचर किस लकड़ी से बना है। ऐसा इसलिए क्योंकि वास्तु और ज्योतिष के अनुसार, कुछ पेड़ों की लकड़ी से बना फर्नीचर घर में लाना वर्जित माना जाता है। अब क्या है लकड़ियों के वर्जित होने का कारण और कैसा असर दिखता है इसका आपके जीवन पर आइये जानते हैं विस्तार से।

फर्नीचर से जुड़ी इन छोटी बातों को न करें नजरअंदाज, लाइफ पर पड़ता है असर

वास्तु हमारे जीवन की हर छोटी से छोटी चीज को प्रभावित करता है. यहां तक कि हमारे घर में रखा हर सामान कैसा हो, कौन से रंग का हो और कौन सी दिशा में रखा जाए... ये सब वास्तु से जान सकते हैं.

वास्तु शास्त्र में हमेशा ऊर्जा को महत्व दिया जाता है. किसी भी जगह की ऊर्जा वहां रखी चीजों से पता चलती है. तो आइए आज बात करेंगे आपके घर में रखा फर्नीचर कैसा होना चाहिए.

• अगर लिविंग रूम या ड्रॉइंग रूम में बहुत ज्यादा फर्नीचर रखा है यानी सोफा सेट या टेबल तो वहां की ऊर्जा बंध जाती है और ऐसी जगह पर नकारात्मकता का अनुभव कर सकते हैं. ऐसे में परिवार में तनाव की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है.

• घर के लिए फर्नीचर खरीदते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि फर्नीचर आपके घर में स्थान के अनुसार ही होना चाहिए.

• पीपल, बरगद की लकड़ी का फर्नीचर सही नहीं माना जाता है.

• फर्नीचर हमेशा शीशम, अशोक, सागवान, साल, अर्जुन या नीम की लकड़ी का बना हुआ ही शुभ माना जाता है.

• घर में फर्नीचर को ऐसे रखें ताकि उसका वजन उत्तर या पूर्व दिशा पर कम रहे और दक्षिण दिशा पर ज्यादा रहे.

• यदि आपको डाइनिंग टेबल खरीदनी है तो ध्यान रखें कि ये चौकोर हो.

• पंलग के सिरहाने की तरफ चित्रण अंकित कराते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आकृतियां अच्छी तथा शुभ होनी चाहिए.

• किसी हिंसक जानवर की आकृति जैसे सिंह, बाज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. अशुभ आकृतियां मन की वृत्ति को खराब करने के साथ ही साथ पारिवारिक जीवन को भी खराब कर देती है.

इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ें और पढ़ कर इस ज्ञान को अपने तक ही ना रखें इसे अधिक से अधिक शेयर करें ताकि यह ज्ञान सब तक पहुंच सके क्योंकि ज्ञान का दान सर्वाधिक महत्वपूर्ण एवं लाभकारी है

✍आचार्य जे पी सिंह
ज्योतिष, वास्तु विशेषज्ञ एवं एस्ट्रो मेडिकल स्पेशलिस्ट       
www.astrojp.com,
www.astrojpsingh.com
Mob .9811558158

What kind of furniture from Vastu point of view Is it good for home?

As everyone is aware of the importance of Vastu Shastra in a person's life.  Don't know how many problems a person has to face in life due to Vastu defects, but in the meanwhile do you know that the furniture of the house also creates Vastu defects.  And promotes the economic problems of the house.  If not, then let us tell you that the furniture kept in the house also has positive and negative effects in a person's life.  If care is not taken at which place and what kind of furniture to keep in the house, then it has a bad effect on the peace and economic condition of your home.  So because of this, today we are going to tell you about how and in which direction the furniture should be,

Some people like to keep heavy furniture at home.  According to Vastu, heavy furniture should always be kept in the south and west directions.

Furniture is an important part of our home.  If there is no furniture in the house, then the house seems somewhat incomplete.  But do you know which furniture is considered auspicious for the house?  Yes, this has been explained in detail in Vastu Shastra.  According to Vastu Shastra, it is necessary to keep things made of wood at the right place at home.  By doing this, peace remains in the house and prosperity is believed to come in the family.  It is believed that if things made of wood are kept at the right place at home, then the health of the family members is good.  Due to this, there is also recognition of maintaining positivity among the members of the house.
It is said to keep wooden furniture in the south-east direction of the house.  Or else, the furniture can also be kept in the east or south direction.  It is known that it is forbidden to buy furniture on Tuesday, Saturday and Amavasya.  Along with this, the wood of the furniture should be of a positive tree.  Rosewood, sandalwood, teak, arjun or neem tree is considered auspicious for this.  It is believed that furniture made from the wood of these trees brings positivity to the house.

Some people like to keep heavy furniture at home.  According to Vastu, heavy furniture should always be kept in the south and west directions.  It is believed that by not following this, the people of the house may have to face financial loss.  According to Vastu Shastra, work related to wood should always be started from south or east direction in the house.  And it should end in north or east direction.  It is known that for making furniture, it has always been asked to keep wood in the north or east direction of the house.

From the point of view of Vastu, the wood of which trees should be used for making furniture?

In Vastu Shastra, everything present in the house has been linked to the life of a person.  Home furniture is one of them.  According to Vastu Shastra, the furniture present in the house has a deep impact on the success of the people of the house.  It matters in which direction the furniture should be placed, but the material from which the furniture should be made is also very important.

While bringing furniture in the house, special care should be taken about the wood the furniture is made of.  This is because according to Vastu and astrology, bringing furniture made of wood of certain trees into the house is considered taboo.  Now what is the reason for the prohibition of wood and what is its effect on your life, let us know in detail.

Do not ignore these small things related to furniture, it affects life

Vastu affects every little thing in our life.  Even how should be every item kept in our house, what color it should be and in which direction it should be kept... all this can be known from Vastu.

Energy is always given importance in Vastu Shastra.  The energy of any place is known from the things kept there.  So let's talk today how should be the furniture kept in your house.

• If too much furniture is kept in the living room or drawing room i.e. sofa set or table, then the energy gets tied there and one can experience negativity in such a place.  In such a situation, a situation of tension may have to be faced in the family.

• While buying furniture for the house, it should be kept in mind that the furniture should be according to the place in your house.

• Peepal, banyan wood furniture is not considered right.

• Furniture made of Sheesham, Ashoka, Teak, Sal, Arjuna or Neem wood is always considered auspicious.

• Place the furniture in the house in such a way that its weight is less on the north or east side and more on the south side.

• If you have to buy a dining table, keep in mind that it should be square.

• While marking the drawing on the head side of the bed, it should be kept in mind that the figures should be good and auspicious.

• The figure of any predatory animal like lion, eagle should not be used.  Inauspicious shapes spoil the attitude of the mind as well as spoil the family life.

Read this article carefully and do not keep this knowledge to yourself after reading, share it as much as possible so that this knowledge can reach everyone because the donation of knowledge is most important and beneficial.

✍ Acharya JP Singh
Astrology, Vastu Specialist & Astro Medical Specialist
www.astrojp.com
www.astrojpsingh.com
Mob.9811558158

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