Why is coconut kept on the Kalash of Navratri? Know its importance and benefits ?
नवरात्रि के कलश पर क्यों रखा जाता है नारियल? जानें इसका महत्व और लाभ
इसमें पूरे नौ दिनों तक माता के नौ स्वरूपों की पूजा होती है। इस अवधि में देवी की उपासना से सारे संकट दूर हो जाते हैं और मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। नवरात्रि की शुरुआत कलश स्थापना से होती है। इसमें एक कलश पर कलावा बांधा जाता है और उसके मुख पर आम या अशोक के पत्ते बांधे जाते हैं। फिर कलश पर लाल रंग की चुनरी बांधी जाती है। इसके बाद कलश पर एक नारियल रखा जाता है। आइए आज आपको कलश पर रखे इस नारियल का महत्व और लाभ के बारे में बताते हैं।
कलश पर नारियल रखने का महत्व
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शुभ या मांगलिक कार्यों से पहले कलश स्थापना करना अनिवार्य है। नारियल को माता लक्ष्मी का फल माना गया है। ऐसा कहते हैं कि भगवान विष्णु जब पृथ्वी पर अवतरित हुए तो वे अपने साथ माता लक्ष्मी, कामधेनु गाय और नारियल का वृक्ष लेकर आए थे। इसमें ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों देव समाहित हैं। इसलिए किसी भी शुभ कार्य से पहले कलश पर नारियल रखा जाता है।
कलश पर नारियल रखने के नियम
नवरात्रि में कलश पर नारियल रखने से पहले कुछ विशेष बातों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। आपने देखा होगा कि नारियल के मुख पर तीन बिंदु होते हैं। ऐसी मान्यता है कि ये नारियल की आंख और मुंह होता है। नारियल का मुख उस तरफ होता है, जहां से वो पेड़ की टहनी से जुड़ा होता है। इसलिए कलश पर नारियल रखते समय ध्यान रहे कि उसका मुख साधक की तरफ रहे।
इसके अलावा, कलश के मुंह पर नारियल रखने से पहले उसमें एक सिक्का अवश्य डालें। इसके बाद इस पर अशोक के पत्ते लगाएं और फिर नारियल रखें। इस विधि से कलश स्थापित करने पर ही देवी-देवताओं को पूजन स्वीकार्य होता है।
पूजा- पाठ में नारियल का फल धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण क्यों माना जाता है?
हिंदू धर्म में नारियल बहुत शुभ माना गया है. मान्यता है कि इसमें ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास होता है. कुछ पुराणों में नारियल को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है. आइए जानते हैं इसके बारे में कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातें.
कोई भी यज्ञ, हवन और पूजा बिना नारियल के अधूरी मानी जाती है. ये पूजा पाठ की अभिन्न सामग्री है जिसका इस्तेमाल हमेशा से किया जाता रहा है. नारियल एक ऐसी चीज है जिसका इस्तेमाल हर कोई पूजा पाठ में होता है. हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले नारियल फोड़ने की परंपरा है. ये एक शुभ फल माना जाता है. इसलिए मंदिरों में इसे चढ़ाने का रिवाज है. कोई भी पूजा या शुभ काम बिना नारियल चढ़ाएं फलदायी नहीं माना जाता है.
ज्योतिष शास्त्र में भी नारियल का फल हर पूजा उपासन में सम्पन्नता का प्रतीक माना गया है. इसे लक्ष्मी जी का स्वरूप मानते हैं इसलिए इसे श्रीफल भी कहते हैं. शास्त्रों में भी कहा गया है कि नारियल चढ़ाने से जातक के सभी दुख- दर्द दूर हो जाते हैं. आइए जानते हैं इसके पौराणिक महत्व के बारे में.
खड़ा नारियल स्थापित करना अशुभ
नवरात्र सहित प्रत्येक प्रकार के पूजन में कुंभ पर नारियल स्थापित करना शुभ होता है। मगर, क्या आप जानते हैं कि नारियल को यदि सही तरह से स्थापित न किया जाए तो वह शुभ की बजाए अशुभ फलदायी सिद्ध होता है।
इस बारे में वाचस्पति शास्त्री ने बताया कि अक्सर लोग कलश पर खड़े नारियल की स्थापना करते हैं। परंतु, यह गलत होता है और इसका अशुभ फल मिलता है। यह बात शास्त्रों में वर्णित श्लोक :-अधोमुखं शत्रु विवर्धनाय, ऊर्ध्वस्य वस्त्रं बहुरोग वृध्यै। प्राचीमुखं वित विनाशनाय, तस्तमात् शुभम संमुख्यम नारीकेलम :- से प्रमाणित होती है। इसका अर्थ है कि नारियल का मुख नीचे की तरफ रखने से शत्रु में वृद्धि होती है, नारियल का मुख ऊपर की तरफ रखने से रोग बढ़ते हैं जबकि, पूर्व की तरफ नारियल का मुख रखने से धन का विनाश होता है। इसलिए नारियल की स्थापना हमेशा उसका मुख अपनी तरफ रख कर करना चाहिए। खड़े नारियल की स्थापना कभी भी शुभ फलदायी नहीं होता।
उन्होंने कहा कि नारियल का मुख उस सिरे पर होता है, जिस तरफ से वह पेड़ की टहनी से जुड़ा होता है। जबकि दूसरा सिरा नुकीला होता है। इसलिए हर तरह के पूजन में नारियल का मुख हमेशा अपनी तरफ रख कर ही उसकी स्थापना करनी चाहिए।
✍आचार्य जे पी सिंह
ज्योतिष, वास्तु विशेषज्ञ एवं एस्ट्रो मेडिकल स्पेशलिस्ट
www.astrojp.com,
www.astrojpsingh.com
Mob .9811558158
🌼🙏🌹🌷🌻🌷🌹🙏🌼
ज्योतिष में नारियल से जुड़े हुए कुछ महत्वपूर्ण उपाय l
1.यदि आपके करिअर या कारोबार में रुकावटें आ रही हों और आपको मनचाही प्रगति न मिल पा रही हो तो आप गुरुवार के दिन एक पीले कपड़े में नारियल, पीले फूल, खड़ी हल्दी, जनेउ, पीले पुष्प और पीली मिठाई रखकर भगवान विष्णु को अर्पित करें. भगवान विष्णु की पूजा में नारियल से जुड़े इस उपाय को करने पर आपको नारायण संग माता लक्ष्मी का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होगा.
2.यदि आपके परिवार के सदस्य को अक्सर किसी न किसी की बुरी नजर लग जाती है तो आप उसे दूर करने के लिए मंगलवार के दिन एक लाल कपड़े में नारियल लपेटकर नजर लगे व्यक्ति के ऊपर से सात बार उतार लें और उसके बाद किसी हनुमान मंदिर में जाकर उनके श्रीचरणों में रख दें. मान्यता है कि इस उपाय को करने पर नजर दोष दूर हो जाता है. नारियल के इस उपाय से सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है.
3.यदि आपकी कुंडली में शनि दोष है और उसके कारण तमाम तरह की परेशानियों से जूझ रहे हैं तो उससे पार पाने और मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए शनिवार के दिन किसी नदी में पवनपुत्र श्री हनुमान जी के मंत्र ‘ॐ रामदूताय नम:’ का मंत्र मन में जपते हुए प्रवाहित कर दें और उनका ध्यान करते हुए शनि संबंधी कष्टों से मुक्ति पाने की कामना करें. मान्यता है कि नारियल से जुड़े इस उपाय को करते ही व्यक्ति के जीवन से जुड़ी शनि की सनसनी दूर होती है.
4.यदि आपको हर समय अपने घर में किसी नकारात्मक उर्जा के प्रवेश होने का खतरा बना रहता है तो उससे बचने के लिए आप अपने मुख्य द्वार पर एक लाल रंग के कपड़े में नारियल बांध कर घर के अंदर की तरफ टांग दें. इस उपाय को करने पर आप हमेशा बुरी बलाओं से बचे रहेंगे और आपके घर में सुख-सौभाग्य का प्रवेश होता रहेगा.
5.यदि आपके वैवाहिक जीवन को किसी की नजर लग गई है और हर समय कलह बनी रहती है तो उसे दूर करने के लिए घर में एकाक्षी नारियल लेकर आएं और उसे अपने पूजा घर में रखें. मान्यता है कि एकाक्षी नारियल की पूजा से वैवाहिक सुखों की प्राप्ति होती है और घर-परिवार में प्रेम और सामंजस्य बना रहता है.
✍आचार्य जे पी सिंह
ज्योतिष, वास्तु विशेषज्ञ एवं एस्ट्रो मेडिकल स्पेशलिस्ट
www.astrojp.com,
www.astrojpsingh.com
Mob .9811558158
🌼🙏🌹🌷🌻🌷🌹🙏🌼
Why is coconut kept on the Kalash of Navratri? Know its importance and benefits
In this, nine forms of the mother are worshiped for the whole nine days. Worshiping the Goddess during this period removes all the troubles and gives desired results. Navratri begins with the installation of the Kalash. In this, Kalawa is tied on a Kalash and mango or Ashoka leaves are tied on its face. Then a red colored chunri is tied on the Kalash. After this a coconut is placed on the Kalash. Let us tell you about the importance and benefits of this coconut kept on the Kalash today.
Importance of placing coconut on Kalash
According to astrology, it is mandatory to establish the Kalash before any auspicious or auspicious work. Coconut is considered to be the fruit of Goddess Lakshmi. It is said that when Lord Vishnu descended on the earth, he brought with him Mata Lakshmi, Kamdhenu cow and a coconut tree. Brahma, Vishnu and Mahesh are the three gods in it. Therefore, coconut is kept on the Kalash before any auspicious work.
Rules for placing coconut on Kalash
Before placing coconut on the Kalash in Navratri, it is very important to pay attention to some special things. You must have noticed that there are three dots on the face of the coconut. It is believed that these are the eyes and mouth of the coconut. The face of the coconut is on the side from where it is attached to the branch of the tree. Therefore, while keeping the coconut on the Kalash, keep in mind that its face should be towards the seeker.
Also, before placing the coconut on the mouth of the Kalash, put a coin in it. After this, apply Ashoka leaves on it and then place coconut. Worship is acceptable to the deities only after establishing the Kalash with this method.
Why is coconut fruit considered religiously important in worship?
Coconut is considered very auspicious in Hinduism. It is believed that Brahma, Vishnu and Mahesh reside in this. In some Puranas, coconut is considered as the form of Goddess Lakshmi. Let us know some other important things about it.
Any Yagya, Havan and Puja is considered incomplete without coconut. It is an integral part of the worship text which has been used since time immemorial. Coconut is such a thing that everyone is used in worship. There is a tradition in Hinduism to break the coconut before doing any auspicious work. This is considered an auspicious fruit. That is why it is customary to offer it in temples. No worship or auspicious work is considered fruitful without offering coconut.
In astrology also, coconut fruit is considered a symbol of prosperity in every worship. It is considered as the form of Lakshmi ji, hence it is also called Shriphal. It is also said in the scriptures that by offering coconut, all the sorrows and pains of the person are removed. Let us know about its mythological significance.
Inauspicious to install standing coconut
It is auspicious to install coconut on Kumbh in every type of worship including Navratri. But, do you know that if coconut is not installed properly, then it proves to be inauspicious instead of auspicious.
In this regard, Vachaspati Shastri told that people often establish standing coconut on the Kalash. But, it is wrong and gives inauspicious results. This is the verses mentioned in the scriptures: - Adhomukham enemy Vivardhanaya, Urdhvasya Vastram Bahurog Vridhyay. Prachimukham vit vinashanay, tastamat shubham sammukhyam narikalam is attested by :- It means that keeping the face of the coconut towards the bottom increases the enemy, keeping the face of the coconut upwards increases the diseases whereas, keeping the face of the coconut towards the east leads to destruction of wealth. Therefore, the establishment of coconut should always be done by keeping its face on its side. Establishment of standing coconut is never auspicious.
He said that the face of the coconut is at the end from which it is attached to the branch of the tree. While the other end is pointed. Therefore, in every type of worship, always keeping the face of the coconut on its side, it should be established.
Acharya JP Singh
Astrologer, Vastu Specialist & Astro Medical Specialist
www.astrojp.com,
www.astrojpsingh.com
Mob .9811558158
Some important remedies related to coconut in astrology.
1 do it. By doing this remedy related to coconut in the worship of Lord Vishnu, you will get the special blessings of Goddess Lakshmi along with Narayan.
2. If your family member often gets the evil eye of someone, then on Tuesday, to remove it, wrap a coconut in a red cloth and take it off seven times from the person who is seen and after that in a Hanuman temple. Go in and place it at his feet. It is believed that by doing this remedy, the eye defect gets removed. This remedy of coconut removes all kinds of negative energy.
3. If you have Shani dosha in your horoscope and are suffering from all kinds of problems due to it, then to overcome it and fulfill the wishes, on Saturday, chant the mantra 'Om Ramdutay Namah' of Pawanputra Shri Hanuman ji in a river. Make the mantras flow in the mind while chanting and while meditating on them, wish to get rid of Shani related troubles. It is believed that by doing this remedy related to coconut, the sensation of Saturn related to the person's life goes away.
4 By doing this remedy, you will always be saved from evil forces and happiness and good fortune will continue to enter your house.
5. If someone has caught sight of your married life and there is a dispute all the time, then to remove it, bring a single coconut in the house and keep it in your worship house. It is believed that by worshiping a single coconut, marital happiness is achieved and love and harmony remains in the family.
Acharya JP Singh
Astrologer, Vastu Specialist & Astro Medical Specialist
www.astrojp.com,
www.astrojpsingh.com
Mob .9811558158
Comments
Post a Comment